बाल विवाह रोकने के लिए एनजीओ ने मांगा खापों का साथ
जींद, 27 जून (हप्र)
बाल विवाह व बाल मजदूरी को लेकर खाप पंचायतों और जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन नामक एनजीओ की टीम के बीच शुक्रवार को बैठक हुई। इसमें एनजीओ ने खाप पंचायतों से बाल विवाह व बाल मजदूरी पर अंकुश लगाने में सहयोग मांगा। बैठक में माजरा खाप पंचायत प्रवक्ता समुन्द्र सिंह फोर ने बताया कि खाप पंचायतें इन मुद्दों पर पहले ही काम कर रही हैं।
यदि कोई बाल विवाह का मुद्दा खाप पंचायतों के संज्ञान में आता है, तो उसको रुकवाने के लिए प्रशासन का सहयोग खाप पंचायतें करती हैं। बाल विवाह व बाल मजदूरी रोकने पर खाप पंचायतें और काम करेंगी। फोर ने कहा कि मीडिया का एक वर्ग खाप पंचायतों बारे सकारात्मक सोच नहीं रखता।
आज खाप पंचायतें समाज को सही दिशा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। खापों ने आज तक एक भी ऐसा फैसला नहीं किया, जो समाज हित में नहीं हो।
माजरा खाप पंचायत के प्रधान गुरविंदर सिंह संधू, कंडेला खाप प्रधान ओमप्रकाश कंडेला, दिलबाग सिंह कुंडू ने कहा कि आज जिन असामाजिक कानूनों के खिलाफ खाप पंचायतें लगातार आवाज उठा रही हैं, उनमें लिव इन रिलेशनशिप, माता-पिता की सहमति के बिना लव मैरिज, सम गोत्र में शादी पर रोक, समलैगिंक शादी पर रोक, लड़की की शादी की उम्र 18 साल से कम करना आदि शामिल हैं। ऐसे कानूनों से समाज दूषित हो रहा है। पूनिया खाप प्रवक्ता जितेन्द्र पूनिया, सुरेश बहबलपुर, प्रधान बसाऊ राम लाठर, सतवीर शर्मा ने खाप पंचायतों का पक्ष बखूबी रखा। दिल्ली से आईं एनजीओ की टीम में पत्रकार अनिल पांडेय, निदेशक परोमा भट्टाचार्य, सह निदेशक स्वाति प्रकाश, पूजा पुनेठा, इफत ज़ावेद शामिल थे।