नीमवाली कॉलोनी बनी पानी का तालाब, घरों में कैद हुए लोग
झज्जर शहर की नीमवाली कॉलोनी में जलभराव की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। मानसून की हालिया बारिश के बाद यहां सड़कों पर तीन से चार फुट तक पानी भरा है, जिससे लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है। पिछले छह माह से टूटी-फूटी सड़कों और निकासी व्यवस्था की खामियों ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है।
निवासियों का कहना है कि कॉलोनी में हर साल बरसात के दिनों में यही स्थिति बनती है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया। राजबाला, ललित और दिनेश सहित अन्य लोगों ने बताया कि पानी निकालने के लिए प्रशासन ने पम्प सेट लगाए जरूर थे, मगर उनका संचालन नियमित नहीं होता। इसके कारण पानी लंबे समय तक जमा रहता है और लोगों को रोजमर्रा के कामकाज तथा सरकारी दफ्तरों तक जाने के लिए घुटनों तक पानी में चलना पड़ता है। स्थिति इतनी गंभीर है कि अंतिम संस्कार जैसी रस्में निभाना भी मुश्किल हो गया है। नाईवाली श्मशान घाट तक जाने वाले शोकाकुल लोगों को कई फुट पानी से होकर गुजरना पड़ता है। पिछले वर्ष जलभराव के खिलाफ लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर विरोध भी जताया था, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं।
नाले का जल्द निर्माण करने की मांग
लोगों ने बताया कि प्रशासन ने नालों के निर्माण का काम शुरू किया था, मगर मामला अदालत में चले जाने के कारण परियोजना अधर में अटक गई। इससे जलभराव की समस्या का स्थायी हल निकलने की उम्मीद भी धूमिल हो गई है। स्थानीय निवासियों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द नालों का निर्माण पूरा कराया जाए और जलभराव की स्थायी निकासी व्यवस्था की जाए, ताकि हर वर्ष बारिश लोगों की मुश्किलें न बढ़ाए।