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बरसात से जर्जर हुई नारनौल की पुरानी हवेलियां, हादसे का खतरा बढ़ा

10 साल पहले करवाए सर्वे में 35 आई थीं खतरनाक श्रेणी में  बरसात के कारण शहर की पुरानी हवेलियां जर्जर होकर गिरने की कगार पर पहुंच गई हैं। इससे किसी भी समय बड़ा हादसा होने का डर है। बीते दिन...
नारनौल के मोहल्ला संघीवाड़ा में स्थित जर्जर हालत में हवेली। -हप्र
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10 साल पहले करवाए सर्वे में 35 आई थीं खतरनाक श्रेणी में 

बरसात के कारण शहर की पुरानी हवेलियां जर्जर होकर गिरने की कगार पर पहुंच गई हैं। इससे किसी भी समय बड़ा हादसा होने का डर है। बीते दिन बाजार क्षेत्र में एक हवेली का हिस्सा भरभराकर गिर गया, वहीं दूसरी हवेली की दीवार के पास सड़क धंस गई और गहरी दरार पड़ गई।

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शहर के विभिन्न मोहल्लों पुरानी सराय, बजाजा बाजार, सब्जी मंडी, गांधी बाजार, नलापुर, चांदुवाड़ा, संघीवाड़ा, मिश्रवाड़ा, पनीगंज सहित करीब दस इलाकों में कई हवेलियां जर्जर स्थिति में खड़ी हैं। इनमें से कुछ तो बाजार के पास होने के कारण आमजन के लिए और भी खतरनाक साबित हो सकती हैं।

जानकारी अनुसार, नारनौल शहर में करीब 500 हवेलियां मौजूद हैं। इनमें लगभग 300 हवेलियां बंद पड़ी हैं और करीब 200 हवेलियां बरसात के मौसम में कभी भी गिर सकती हैं। वहीं, करीब 200 हवेलियों में लोग अब भी रह रहे हैं। ऐसे में बरसात के दौरान इन हवेलियों के गिरने से बड़ा हादसा हो सकता है।

एक साल में 30 से अधिक हवेलियों के मालिकों को नोटिस जारी

नगर परिषद ने लगभग 10 साल पहले इन भवनों का सर्वे कराया था, जिसमें करीब 30 से 35 हवेलियां खतरनाक श्रेणी में आई थीं। इसके बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। नप की कार्रवाई ज्यादातर नोटिस तक ही सीमित रही है। बीते एक साल में 30 से अधिक हवेलियों के मालिकों को नोटिस जारी किए गए हैं, और अब एक बार फिर नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। नारनौल शहर के प्राचीन मोहल्ला पुरानी सराय, पुरानी मंडी, रावका, नलापुर, चांदुवाड़ा, संघीवाड़ा, खडख़ड़ी, मिश्रवाड़ा, काबिला संघीवाड़ा, फ्रांसखाना, फलसा, देवस्थान तथा पनीगंज आदि मोहल्लों में पुरानी हवेलियां हैं।

 

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