भाईचारे की मिसाल बनी नांगल कलां की शादी...12 गांवों काे सपरिवार न्योता, चार गांवों की विवाहित बेटियां बुलाई
स्कूल में पढ़ने वाले एक हजार से अधिक बच्चों को सबसे पहले कराया भोजन
गांव नांगल कलां में 7 नवंबर को आयोजित एक शादी समारोह भाईचारे और पुरानी परंपराओं की मिसाल बन गया। यह शादी मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन कुलदीप नांगल के बेटे अमर तुषीर की थी। इस विवाह में आसपास के 12 गांवों के लोगों को सपरिवार न्योता भेजा गया, ताकि सभी गांवों के लोग खुशी में शामिल हो सकें।
विशेष बात यह रही कि समारोह में चार गांवों नांगल कलां, नांगल खुर्द, जाटी कलां और जाटी खुर्द की शादीशुदा बेटियों को भी आदरपूर्वक आमंत्रित किया गया। इन बेटियों को शगुन के रूप में एक सूट और 500 रुपये भेंट कर सम्मानपूर्वक विदा किया गया।
कुलदीप नांगल ने बताया कि पहले हर शुभ अवसर पर गांव की बेटियों को बुलाना और उन्हें स्नेहपूर्वक विदा करना एक परंपरा हुआ करती थी, लेकिन अब यह रिवाज धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है। भाईचारे की इस भावना को आगे बढ़ाते हुए, गांव के स्कूल में पढ़ने वाले एक हजार से अधिक बच्चों को सबसे पहले भोजन करवाया गया।
उन्होंने कहा कि पहले हर पुण्य कार्य और शादियों में स्कूली बच्चों को भोजन कराना सामान्य बात थी, लेकिन अब अधिकतर आयोजन बैंक्वट हॉल में रात के समय होने के कारण यह परंपरा लुप्त होती जा रही है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे अमर तुषीर की बारात 9 नवंबर को सिरसा के लिए रवाना होगी। यह शादी गांव में आपसी प्रेम और सामाजिक एकता की प्रेरणादायक मिसाल बन गई।
