हांसी में बंदरों का आतंक, नगर परिषद पर उठे सवाल
हांसी शहर में बंदरों का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि कई कालोनियों में लोग घरों से निकलने में डरने लगे हैं। बंदर न केवल घरों में घुस आते हैं, बल्कि बच्चों तक पर हमला कर...
हांसी शहर में बंदरों का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि कई कालोनियों में लोग घरों से निकलने में डरने लगे हैं। बंदर न केवल घरों में घुस आते हैं, बल्कि बच्चों तक पर हमला कर रहे हैं। बुधवार को बोघा राम कॉलोनी में हुई घटना ने दहशत और बढ़ा दी।
एक व्यक्ति अपनी पांच वर्षीय बेटी के साथ बाइक पर जा रहा था। बच्ची के हाथ में खाने का सामान देखकर बंदरों ने चलती बाइक पर झपट्टा मारा और उसके हाथ में काट लिया। घायल बच्ची को तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी बंदर कई लोगों को घायल कर चुके हैं। कृष्णा कालोनी, उत्तम नगर, हनुमान कालोनी, बोघा राम कॉलोनी, वकील कॉलोनी, रूप नगर कॉलोनी और पुरानी कचहरी कॉलोनी में तो पूरे दिन बंदरों का कब्जा रहता है। शरारती बंदर गलियों और घरों में खड़े वाहनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। डर के कारण लोग छतों पर जाना छोड़ चुके हैं और कई घरों में जाल लगवा दिए गए हैं ताकि बंदर ऊपर न पहुंच सकें।
नगर परिषद की जिम्मेदारी होने के बावजूद वर्षों से बंदर पकड़ो अभियान नहीं चलाया गया। नतीजा यह है कि बंदरों की संख्या लगातार बढ़ रही है और पूरा शहर उनकी दहशत झेल रहा है। लोगों का कहना है कि प्रशासन आंख मूंदकर बैठा है, जबकि बंदरों के आतंक से वे अपने बच्चों को भी घरों के भीतर कैद रखने को मजबूर हैं।