रतिया के कांग्रेस विधायक जरनैल सिंह ने सोमवार को विधानसभा सत्र के दौरान रतिया क्षेत्र के गरीब परिवारों की योजनाओं के संदर्भ में प्रमुखता से मांगे रखी और इन्हें शीघ्र शुरू करने का आह्वान भी किया। विधानसभा सत्र के दौरान विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार द्वारा जो मनरेगा योजना चलाई गई थी, उसे सरकार ने बंद कर दिया है, इसे पुन: शुरू किया जाए। उनका कहना था कि यह योजना गरीब आदमी के लिए जीवन रेखा थी और इससे ही गरीब परिवारों का जीवन व्यापन होता था। उन्होंने फिर से आह्वान किया कि इस योजना को जल्दी शुरू किया जाए, ताकि गरीब परिवारों को रोजगार मिल सके। विधायक ने विकलांगों के लिए मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में जो 70 से 100 प्रतिशत तक विकलांग है, उन सभी को कम से कम 5,000 रूपए प्रति माह पंैशन दी जानी चाहिए, क्योंकि पूर्ण रूप से विकलांग व्यक्ति के पास कोई भी कमाने का साधन नहीं होता है। उन्होंने बिकालांगों को सरकार की तरफ से निशुल्क बस सुविधा का पास बनाने का भी आह्वान किया। उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान मिड-डे-मील वर्करों को पिछले काफी समय से बकाया वेतन न दिए जाने की मांग को भी प्रमुखता से उठाया और कहा कि उनकी बकाया राशि का शीघ्र भुगतान किया जाए और इसके साथ-साथ 26,000 रूपए प्रति माह वेतन निर्धारण किया जाए। उन्होंने भवन निर्माण मजदूरों की मजदूरी को बढ़ाने की भी वकालत की और कहा कि महंगाई का दौर होने के कारण मजदूर का वेतन बढ़ाया जाए। विधायक ने कहा कि सरकार गरीबों को 100-100 गज प्लॉट देने के लंबे चौड़े वायदे करती है, लेकिन बड़े दुख की बात है कि उनके विधानसभा क्षेत्र के गांव कमाना, भरपूर व रत्ताखेड़ा में गरीब परिवारों ने अत्यधिक आवेदन किए गए थे, लेकिन कुछ ही गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ दिया है।
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