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मांगों को लेकर मिड-डे-मील कर्मियों ने किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

मांगें जल्द पूरी न हुईं तो आंदोलन तेज़ होगा : राजकुमार बासिया मिड-डे-मील कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा (रजि. संख्या-2077), संबद्ध एआईयूटीयूसी ने शुक्रवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन...

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भिवानी में अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करती एमडीएम कर्मी। - हप्र
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मांगें जल्द पूरी न हुईं तो आंदोलन तेज़ होगा : राजकुमार बासिया

मिड-डे-मील कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा (रजि. संख्या-2077), संबद्ध एआईयूटीयूसी ने शुक्रवार को अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन से पहले बड़ी संख्या में मिड-डे मील कर्मी नेहरू पार्क में एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

सभा को संबोधित करते हुए यूनियन की जिला सचिव राजबाला ने कहा कि मिड-डे मील कर्मियों को केवल 7 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलता है, जो साल के 12 की जगह केवल 10 महीने ही दिया जाता है। इस महंगाई के दौर में इतनी कम राशि से घर खर्च चलाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव है। उन्होंने कहा कि कुकिंग कास्ट लगातार बढ़ रही है, लेकिन इसकी राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।

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साथ ही उन्होंने कुसुम पांचाल को तुरंत बहाल करने की भी मांग रखी। ज्ञापन में मांग की गई कि मिड-डे-मील कर्मियों का मानदेय हर माह की 7 तारीख तक दिया जाए, सालभर के 12 महीने मानदेय मिले, उन्हें श्रमिक का दर्जा दिया जाए और न्यूनतम वेतन लागू किया जाए। इसके अलावा सेवानिवृत्ति पर 5 लाख रुपये एकमुश्त दिए जाएं, कुकों से ड्यूटी से बाहर का काम न करवाया जाए और सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाए।

साथ ही ड्रेस भत्ते को बढ़ाकर ढाई हजार रुपये करने और समय पर भुगतान करने की भी मांग उठाई गई। एआईयूटीयूसी के जिला सचिव राजकुमार बासिया ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इन जायज़ मांगों पर तुरंत सकारात्मक कदम नहीं उठाए तो मिड-डे मील कर्मी आंदोलन को और तेज करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के पास इस संघर्ष को अनदेखा करने का विकल्प नहीं है। इस मौके पर सुशीला, बाला, सावित्री, शीला, गीता, कविता, बिमला, पिंकी, रेखा, कौशल्या, सुमन, संतोष, उषा, प्रेम, अनिता, समीना, निक्की सहित अन्य कर्मी मौजूद रहीं।

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