जींद नागरिक अस्पताल के पुराने भवन की मरम्मत में बड़ा गोलमाल, माकपा ने सरकार को भेजा ज्ञापन
जींद नागरिक अस्पताल के पुराने भवन की मरम्मत में गड़बड़ी और लीपापोती का आरोप लगाते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय में पहुंचकर सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में माकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य कामरेड रमेश चंद्र, जिला सचिव कपूर सिंह, फूल सिंह श्योकंद, वेद प्रकाश, संदीप जाजवान आदि मौजूद रहे।
ज्ञापन में कहा गया कि यह भवन वर्ष 1972 में बना था और अब 50 साल से ज्यादा पुराना होने के कारण पूरी तरह जर्जर हो चुका है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने भी इसे असुरक्षित बताया है। माकपा नेताओं ने आरोप लगाया कि भवन को मजबूत करने या पुनर्निर्माण के बजाय केवल बाहर से फाइबर शीट लगाकर सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
इससे पहले भी 2018 में करीब 1.70 करोड़ रुपये खर्च कर रेनोवेशन कराया गया था। अब फिर से 14 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है, लेकिन असली मरम्मत के बजाय जनता के धन का गलत इस्तेमाल हो रहा है। ज्ञापन में मांग की गई कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय और स्वतंत्र जांच कराई जाए, जांच समिति में शिकायतकर्ता को भी सुना जाए और दोषी अधिकारियों पर विभागीय व कानूनी कार्रवाई हो।
साथ ही जांच पूरी होने तक फाइबर कार्य को तुरंत रोका जाए। माकपा नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि समयबद्ध और निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो पार्टी जनता को साथ लेकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी, जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।