कथा श्रवण से जागृत होता है सोया हुआ ज्ञान : स्वामी दयांनद
श्री राधा कृष्णा साई मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन
स्वामी दयानंद सरस्वती ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से जन्म-जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। श्रीमद् भागवत कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। सोया हुआ ज्ञान वैराग्य कथा श्रवण से जागृत हो जाता है। कथा कल्पवृक्ष के समान है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है।
स्वामी दयानंद सरस्वती न्यू महावीर कॉलोनी स्थित श्री राधा कृष्णा साई मंदिर में गायन संगीत के साथ श्रीमद् भागवत कथा कर रहे थे। उन्होंने प्रवचनों से भक्तों को भाव-विभोर कर दिया। कार्यक्रम में पहुंचे मेयर राजीव जैन ने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता में व्यक्ति की हर परेशानी व दुविधा का हल मिलता है।
हिंदू धर्म में सभी ग्रंथों में सबसे श्रेष्ठ श्रीमद् भागवत मानी जाती है, क्योंकि इसमें सभी ग्रंथों का सार है। श्रीमद् भागवत में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को उपदेश दिए हैं और इन उपदेशों की मदद से भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को इस संसार का सत्य बताते हैं। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही प्राणी मात्र का कल्याण संभव है।
इस मौके पर संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ की आयोजन समिति द्वारा राजीव जैन का अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। कथा के दौरान कॉलोनी वासी भक्तगण पारस राम, सतीश तनेजा, कृष्ण ग्रोवर, भारत भूषण, सचिन, दीप्ति, सुमन, सपना समेत सैकड़ों महिलाएं मौजूद रही।
