पशुओं को सड़कों पर छोड़ने पर होगी कानूनी कार्रवाई : यादव
उपायुक्त अनीश यादव की अध्यक्षता में सोमवार को लघु सचिवालय सभागार में जिले में बेसहारा पशुओं के विषय पर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में मेयर प्रवीण पोपली, पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन, नगर निगम आयुक्त नीरज, एएमसी डॉ प्रदीप हुड्डा, नगर निगम पार्षद सहित बड़ी संख्या में डेयरी संचालक व पशुपालक उपस्थित रहे।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि पालतू पशुओं को सड़कों पर छोडऩे वाले लोगों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा शहर को बेसहारा पशु मुक्त करवाने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जाएगा। पहले कोई पालतु पशु सडक पर पकड़ा जाता है तो पशु पालकों को उसे जुर्माना देकर छुड़वा लिया जाता था परंतु यदि इस बार पशुओं को सड़क पर पाया जाता है तो संबंधित पशुपालक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने पशुपालकों से अपील की है कि अपने पशु सड़क पर बांधने की बजाए अपने घरों में बांधना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी पशुपालकों से अपील की है कि वे अपनी डेयरी से निकलने वाले गोबर को सीवरेज में न डाले क्योंकि इससे सीवर रूक जाते है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा पशुपालकों से बार-बार अपील करने पर भी सड़कों पर बेसहारा पशुओं की कमी नहीं हो रही है, जिसके कारण सड़कों पर दुर्घटना की समस्या हमेशा बनी रहती है। उन्होंने जिला की सड़कों को पशु मुक्त करने के लिए संबंधित विभागों को सघन अभियान चलाने के आवश्यक निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि पशुओं को पकडऩे वाली टीमों का पीछा व रैकी करने वालों के विरूद्घ सख्त कानूनी कार्यवाही करते हुए उन पर एफआईआर दर्ज की जाए। डेयरी संघ/पशुपालकों की तरफ से प्रधान अलीशेर ने कहा कि पशुओं का दूध दोहने के बाद उन्हें सडक़ों पर खुला छोडऩे वालों के खिलाफ प्रशासन की कार्यवाही का वे समर्थन करेंगे।
इस अवसर पर निगम की तरफ से उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि औसतन शहर से 50 पशु पकड़े जाते है जिन्हें गौ अभ्यारण में छोड़ा जाता है। लगभग 52 एकड़ में स्थित गौ अभ्यारण में 26 एकड़ उनमें गाय, 14 एकड़ में नंदी रखे जाते व 12 एकड़ में उनके लिए चारा बोया जाता है। गौ अभ्यारण में 4 हजार गाय और नंदी रखने की क्षमता है और इसका संचालन गौ सेवा फाउंडेशन कर रही है।