वकीलों का वर्क सस्पेंड, न्यायिक जांच की उठी मांग
पीएसआई से मारपीट मामला गरमाया : तीन वकीलों की पहचान, आरोपियों को थमाए नोटिस
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गोहाना न्यायिक परिसर में चालान पेश करने आए पीएसआई संदीप से हुई मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस ने तीन वकीलों की पहचान कर उन्हें नोटिस थमाया है, वहीं बार एसोसिएशन ने इसे वकीलों को परेशान करने की कार्रवाई बताया है। मंगलवार को वकीलों ने बैठक कर वर्क सस्पेंड रखते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की।
पीएसआई संदीप का आरोप है कि सोमवार दोपहर वे चालान लेकर न्यायिक परिसर में पहुंचे थे और अहलमद के कमरे में बैठे थे, तभी 4-5 वकील आए और उनके साथ मारपीट की। आरोप है कि वकीलों ने उनकी वर्दी फाड़ दी, नेम प्लेट तोड़ दी और आंख के पास व कंधे पर गंभीर चोटें पहुंचाईं। इस मामले में शहर थाना गोहाना में केस दर्ज किया गया है। एसीपी राहुल देव ने बताया कि तीन वकीलों की पहचान कर उन्हें नोटिस देने के लिए पुलिस गई थी। अन्य आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज हासिल करने हेतु न्यायालय में आवेदन किया गया है। केस में तीन नामजद सहित अन्य पर मामला दर्ज किया गया है।
पूर्व में शहर थाना में वकीलों से जुड़ी घटना की जांच एसआईटी कर रही है।
बार एसोसिएशन का विरोध, 12 सदस्यीय कमेटी गठित
गोहाना बार एसोसिएशन की अध्यक्षता में हुई बैठक में आरोप लगाया गया कि पुलिस वकीलों को परेशान कर रही है। अध्यक्ष संदीप पूनिया ने कहा कि पुलिस बिना एफआईआर की कॉपी दिए और नोटिस थमाए वकीलों के घर पहुंच रही है, जिससे भय का माहौल बन रहा है। उन्होंने कहा कि कानूनी कार्रवाई में वकील कोई बाधा नहीं डालेंगे, लेकिन पुलिस का यह रवैया गलत है। विरोध स्वरूप वर्क सस्पेंड किया गया और एक 12 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया जो आगामी निर्णय लेगी।
बैठक में बार सचिव हेमंत शर्मा, वरिष्ठ वकील रामलाल सिंगला, विकास नरवाल, अजय लठवाल समेत अनेक सदस्य मौजूद रहे। एसोसिएशन ने दोनों घटनाओं की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग या रिटायर्ड जज से कराने की मांग दोहराई।
पीएसआई से मारपीट में तीन आरोपियों की पहचान की गई है। उनको नोटिस देने के लिए पुलिस गई थी। अन्य की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज निकलवाने के लिए न्यायालय में आवेदन किया गया। तीन नामजद व अन्य के विरुद्ध केस दर्ज किया गया। पूर्व में शहर थाना में जो घटना हुई थी उसकी एसआईटी जांच कर रही है
-राहुल देव, एसीपी
कानूनी कार्रवाई में वकील कोई बाधा नहीं डालेंगे, बल्कि सहयोग करेंगे। पुलिस किसी को गिरफ्तार करने से पहले एफआईआर की काफी उपलब्ध कराए और नोटिस जारी करे। पुलिस द्वारा भय का माहौल बनाया जा रहा है जो गलत है। पुलिस कुछ वकीलों के घर गई और परेशान करने का काम किया गया। इसके विरोध में वर्क सस्पेंड किया गया। 12 सदस्यीय कमेटी गठित गई जो आगामी निर्णय लेगी।-
-संदीप पूनिया, अध्यक्ष, गोहाना बार एसोसिएशन
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