रोहतक, 16 सितंबर (निस)
मुख्यमंत्री के जनता दरबार में वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में जिला बार एसोसिएशन के सदस्यों ने वर्क सस्पेंड रखा और इस घटनाक्रम की कड़े शब्दों में निंदा की। वरिष्ठ अधिवक्ताओं का कहना है कि सभी वकील साथी एकजुट हैं और इस तरह का दुर्व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा।
दरअसल वीरवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विकास सदन में जनता दरबार लगाया था। इस दरबार में उन्होंने लोगों की शिकायतें सुनी थीं। गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्थान के चुनाव की मांग को लेकर आजीवन सदस्य एडवोकेट आजाद सिंह अत्री ने मुख्यमंत्री के सामने गुहार लगाई थी। तब मुख्यमंत्री ने आजाद अत्री को लिखित में मांग पत्र देने को कहा था। इस पर अत्री ने कहा कि वे कई बार लिखित में दे चुके हैं। तब वे बहस करने लग गए तो वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने आजाद सिंह अत्री को बाहर निकाल दिया। दूसरे वकील मोनू अत्री ने इस पर विरोध जताया तो उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
शुक्रवार को जिला बार एसोसिएशन के सदस्यों ने इस घटना के विरोध में वर्कसस्पेड रखा और कोर्ट काम्पलेक्स के बाहर धरने पर बैठ गए। एसोसिएशन के प्रधान लोकेन्द्र फौगाट ने कहा कि सभी वकील एकजुट हैं और वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ किया गया दुर्व्यवहार निंदनीय है।