किसान सभा ने एनआरएसएस ट्रांसमिशन कंपनी के खिलाफ किया प्रदर्शन
किसान पर मुकदमा दर्ज करवाने के विरोध में आज होगी महापंचायत : कामरेड ओमप्रकाश
अखिल भारतीय किसान सभा और ग्रामीणों ने गांव प्रहलादगढ़ के एक किसान रमेश यादव के विरुद्ध टावर कंपनी एनआरएसएस ट्रांसमिशन लिमिटिड द्वारा मुकदमा दर्ज करवाने की कार्यवाही की निंदा की है। इस प्रकरण को लेकर शुक्रवार को किसानों ने कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया और घोषणा की कि शनिवार को निर्माणाधीन टावर स्थल पर एक बड़ी किसान महापंचायत आयोजित की जाएगी, जिसमें अगली रणनीति तय होगी।
किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल, उपप्रधान कामरेड ओमप्रकाश और ब्लॉक सचिव करतार ग्रेवाल ने प्रहलादगढ़ गांव के खेतों में जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि किसान रमेश यादव अपने खेत में ट्रैक्टर से सामान्य जुताई कर रहा था। इसी दौरान कंपनी के कर्मचारी खेत में एक विशाल टावर खड़ा करने का कार्य कर रहे थे।
अचानक कमजोर रस्सा टूटने से भारी पाइप नीचे गिर गए। इसके बाद कंपनी के कर्मचारियों ने घटना की जिम्मेदारी किसान पर डाल दी और उसके साथ मारपीट कर दी। आरोप है कि कर्मचारियों ने उसका मोबाइल और ट्रैक्टर की चाबी भी छीन ली, जिन्हें बाद में गांव के नंबरदार की मदद से वापस कराया गया। चोटिल किसान को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
इसके बावजूद कंपनी अधिकारियों ने किसान रमेश यादव के खिलाफ सदर थाना भिवानी में रिपोर्ट दर्ज करवा दी और उस पर सवा करोड़ रुपये के नुकसान का ठीकरा फोड़ दिया। किसान रमेश का कहना है कि वह अपने खेत की जुताई कर रहा था, उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि कब और कैसे टावर का रस्सा टूटा। कंपनी अपनी गलती छिपाने और किसानों को दबाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने बताया कि कंपनी उसकी जमीन पर बिना उचित मुआवजा दिए जबरदस्ती टावर खड़ा कर रही है, जबकि इस संबंध में उन्होंने एसडीएम कोर्ट भिवानी में मामला दायर कर रखा है। किसान नेताओं ने कहा कि कंपनी के रस्से पुराने और कमजोर थे, जिन पर कर्मचारियों ने ध्यान नहीं दिया। कंपनी अब अपनी लापरवाही का दोष किसान पर मढ़ना चाहती है।
यदि पुलिस प्रशासन ने कंपनी के दबाव में आकर किसान की गिरफ्तारी की तो किसान सभा व अन्य संगठन सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेंगे। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि किसान पर मनमाना हर्जाना थोपने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसान नेताओं ने वहां उपस्थित कंपनी अधिकारियों से बात की है कि यदि कंपनी किसान को गिरफ्तार करवाने व इतना बड़ा जुर्माना लगवाने की कोशिश करेगी तो वे शांति पूर्ण तरीके से कंपनी की इस मनमानी का विरोध करेंगे।