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खाप पंचायत ने एएसआई संदीप मामले में मांगे पूरी नहीं होने पर सरकार से जताई नाराजगी

मुख्यमंत्री से मिलने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का किया गठन एएसआई संदीप लाठर सुसाइड मामले में सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के पूरा न होने पर परिजनों और खाप प्रतिनिधियों में गहरा आक्रोश है। इसी मुद्दे को लेकर...

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रोहतक में पंचायत में मामले को लेकर आगामी रणनीति तय करते हुए खाप प्रतिनिधि। -निस
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मुख्यमंत्री से मिलने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का किया गठन

एएसआई संदीप लाठर सुसाइड मामले में सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के पूरा न होने पर परिजनों और खाप प्रतिनिधियों में गहरा आक्रोश है। इसी मुद्दे को लेकर रविवार को रोहतक में खाप पंचायत आयोजित हुई, जिसमें सरकार की कार्यशैली पर नाराजगी जताई गई और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर लंबित मांगों को उठाने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया।

पंचायत में मौजूद संदीप के परिजनों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्वयं संदीप को शहीद का दर्जा देने और उनकी पत्नी संतोष को नौकरी देने का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद अब तक किसी भी मांग पर अमल नहीं किया गया है। संदीप के ममेरे भाई संजय देशवाल ने कहा कि परिवार ने कई बार अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला।

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उन्होंने कहा कि शहीद का दर्जा देने के लिए टीम बनाए जाने की बात कही गई थी, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। नौकरी देने का वादा भी अधर में लटका हुआ है, जिससे परिवार आहत है। पंचायत में तय किया गया कि 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मांगों पर त्वरित कार्रवाई की मांग करेगा।

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प्रतिनिधियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार को वादों को निभाना चाहिए, ताकि परिवार को न्याय मिल सके। गौरतलब है कि एएसआई संदीप लाठर ने 14 अक्तूबर को गांव लाढोत के पास अपने मामा के खेत में मौजूद कोठड़े की छत पर सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।

इससे पहले उन्होंने एक वीडियो रिकॉर्ड किया और चार पेज का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने भी परिजनों को न्याय का भरोसा दिलाया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से जनाक्रोश बढ़ रहा है।

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