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जजपा दोबारा शुरू करेगी ‘हरी चुनरी चौपाल’, महिलाओं को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य

दुष्यंत बोले - परिवार के एक होने का कोई औचित्य नहीं, जिन लोगों ने साफ किया उनके साथ जाने का सवाल नहीं उठता जननायक जनता पार्टी (जजपा) जल्द ही ‘हरी चुनरी चौपाल’ कार्यक्रम को फिर से शुरू करेगी, जिसका...

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रोहतक में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय चौटाला, दुष्यंत और प्रदेशाध्यक्ष बृज शर्मा का स्वागत करते कार्यकर्ता। -हप्र
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दुष्यंत बोले - परिवार के एक होने का कोई औचित्य नहीं, जिन लोगों ने साफ किया उनके साथ जाने का सवाल नहीं उठता

जननायक जनता पार्टी (जजपा) जल्द ही ‘हरी चुनरी चौपाल’ कार्यक्रम को फिर से शुरू करेगी, जिसका उद्देश्य महिलाओं को पार्टी के साथ जोड़ना और उन्हें राजनीतिक प्रक्रिया में सक्रिय करना है। यह जानकारी जजपा नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने रविवार को रोहतक स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम पूर्व विधायक नैना चौटाला के नेतृत्व में आयोजित किया जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वर्ष 2029 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हैं और पार्टी महिलाओं की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास करेगी।

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उन्होंने चौटाला परिवार के एक होने की संभावनाओं से भी इंकार किया और कहा कि जिन लोगों ने दूरी बनाई है, उनके साथ जाने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अजय चौटाला द्वारा रणजीत सिंह को परिवार का मुखिया बताना केवल सम्मान के रूप में कहा गया था।

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पूर्व उपमुख्यमंत्री ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेता प्रतिपक्ष बनने पर भी टिप्पणी की और कहा कि यह स्थिति इनेलो नेता अभय चौटाला की बयानबाजी की वजह से हुई। उन्होंने इनेलो की 25 सितंबर की रोहतक रैली का उदाहरण देते हुए कहा कि अभय ने जजपा और भाजपा का बार-बार नाम लिया, लेकिन हुड्डा का उल्लेख नहीं किया।

दुष्यंत ने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई और कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी एक साल में अपनी उपलब्धियां गिनाने में व्यस्त हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार भाजपा हेड ऑफिस से चल रही है, और विश्वविद्यालयों में अन्य दलों को कार्यक्रम करने से रोका जा रहा है। साथ ही, उन्होंने एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की।

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