जींद की सीआरएसयू : कई बड़े मामलों की जांच में देरी पर भड़की एबीवीपी
बिन पर्ची खर्ची का दावा करने वाली भाजपा सरकार में पैसे लेकर डिग्रियां देने का आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि खुद भाजपा की छात्र विंग एबीवीपी ने लगाया है। जींद की सीआरएसयू की एबीवीपी यूनिट ने मंगलवार को यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक राजेश बंसल को ज्ञापन सौंपा। सीआरएसयू की एबीवीपी यूनिट के अध्यक्ष राहुल कक्कड़ ने ज्ञापन में कहा कि विश्वविद्यालय में एक स्थाई महिला कर्मचारी ने इस साल 9 जनवरी को शिकायत देकर आरोप लगाए थे कि यूनिवर्सिटी के तत्कालीन कंट्रोलर ऑफ एग्जाम डॉ. निहाल सिंह और एक क्लर्क पैसे लेकर बच्चों को पास करते हैं। इस शिकायत पर यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार प्रो. लवलीन मोहन ने 17 जनवरी को डॉ. निहाल सिंह को तुरंत बर्खास्त कर कर दिया था। साथ ही साथ महिला कर्मचारी ने यह आरोप भी लगाए थे कि पीएचडी एडमिशन एंट्रेंस में बहुत बड़ी धांधली हुई है। यूनिवर्सिटी के एक कर्मचारी का न तो नेट क्लीयर था और न जेआरएफ, फिर भी वह यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस में टॉप करता है।
एबीवीपी के जिला संयोजक वीर सैन ने कहा कि सीआरएसयू के प्रबंधन विभाग में पीएचडी में दाखिलों में नियमों को ताक पर रख बड़ी धांधली की गई, जिसके विरोध में एबीवीपी ने पूरे यूनिवर्सिटी परिसर में पीएचडी स्कैम के पोस्टर लगाए थे। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी बनाई थी, जिसने अभी तक जांच पूरी नहीं की है। एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रोहन सैनी ने कहा कि प्रबंधन विभाग में पीएचडी में दाखिले में धांधली की शिकायत सीएम, राज्यपाल, यूजीसी चेयरमैन तक को की गई। इसके बावजूद मामले की जांच पूरी नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि अगर आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इन मामलों में जांच रिपोर्ट जल्द दाखिल नहीं की गई तो यूनिवर्सिटी की परीक्षा शाखा पर ताला जड़ दिया जाएगा।
महिला आयोग को की शिकायत, नहीं हुई कार्रवाई
एबीवीपी के नगर मंत्री प्रतीक शर्मा ने कहा कि सीआरएसयू में महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया मुख्य अतिथि थी। यूनिवर्सिटी की एक महिला कर्मचारी ने रेणु भाटिया को शिकायत देकर कहा था कि यूनिवर्सिटी के एक क्लर्क ने उनके साथ बदतमीजी से बात की, लेकिन यूनिवर्सिटी की वूमेन सेल ने उनकी शिकायत पर संज्ञान नहीं लिया। महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने इस मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे, मगर आज तक जांच और कार्रवाई नहीं हुई।