14 करोड़ से जींद के सिविल अस्पताल को मिलेगा नया लुक, मेजर रिपेयर का काम शुरू
दोनों अधिकारियों के निर्देश पर अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग की मेजर रिपेयर और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दी गई। इस योजना का उद्देश्य अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग का बाहरी और आंतरिक रूप पूरी तरह से नया और आधुनिक बनाना है। जींद के सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को एकदम नई लुक देने में लोक निर्माण विभाग एआई तकनीक का सहारा लेगा।
अकेले एआई तकनीक पर ही लगभग 4.50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग का डिजाइन इतना प्रभावशाली होगा कि बाहर से देखने पर ऐसा लगेगा जैसे यह पूरी तरह से नया अस्पताल है। इसके लिए ड्राइंग को अप्रूवल दी गई है। इस योजना के तहत सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का भी विस्तार किया जाएगा।
एमरजेंसी वार्ड को सेंट्रली एयर कंडीशंड बनाने की योजना है ताकि मरीजों और अस्पताल स्टाफ को गर्मी और अन्य असुविधाओं से राहत मिल सके। बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी ताकि अधिक मरीजों को बेहतर सुविधाएं दी जा सकें। इस आधुनिक और सुविधाजनक वार्ड का उद्देश्य बेहतर स्वास्थ्य सेवा देना है।
डॉ पूनिया और डॉ गुप्ता की देखरेख में काम शुरू
बुधवार को डिप्टी एमएस डॉ आर एस पूनिया और डिप्टी सिविल सर्जन डॉ दिनेश गुप्ता की देखरेख में काम शुरू हुआ। इस दौरान डॉ. पूनिया ने कहा कि अस्पताल का चेहरा मोहरा पूरी तरह से बदल दिया जाएगा। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग ऐसी हो जाएगी कि पहली नजर में इसे पहचाना मुश्किल हो जाएगा। सिविल सर्जन डॉ सुमन कोहली के मार्गदर्शन में पुरानी बिल्डिंग को 14 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से नई लुक दी जाएगी।