जींद : दालमवाला में सील चेक करवाए बिना बांटे प्रश्न-पत्र
जींद के दालमवाला गांव के दालमवाला पब्लिक स्कूल के सीईटी परीक्षा सेंटर पर अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र की सील चेक करवाए बिना ही पेपर बांट दिया गया। इस पर कुछ अभ्यर्थियों ने आपत्ति जताते हुए विरोध दर्ज करवाया।
हिसार निवासी प्रवीन ने एचएसएससी चेयरमैन को दी शिकायत में बताया कि उसका 27 जुलाई को सुबह की शिफ्ट में पेपर था। उसका सेंटर दालमवाला पब्लिक स्कूल ब्लॉक बी के कमरा नंबर 18 में आया हुआ था। एचएसएससी की गाइडलाइन के अनुसार प्रश्न पत्र और ओएमआर सीट बांटने से पहले इसकी सील चेक करवाना जरूरी होता है। परीक्षार्थियों की सहमति के बाद ही प्रश्न पत्र बांटा जाता है। कमरा नंबर 18 में ड्यूटीरत स्टाफ ने प्रश्न पत्र की सील चेक और अभ्यर्थी के साइन करवाए बिना ही प्रश्न पत्र बांटने शुरू कर दिए। इस पर दो अभ्यर्थियों ने आपत्ति जताई, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। कुछ देर बाद सुपरवाइजर को भी शिकायत दी, जिसके बाद साइन करवाए गए, लेकिन उनके सामने प्रश्न पत्रों की सील नहीं खोली गई। कमरों में लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया जा सकता है। ऐसे में पेपर लीक होने जैसी घटना की आशंका रहती है। इस मामले की उचित जांच होनी चाहिए। एडीसी विवेक आर्य ने कहा कि वह मामले की जांच करेंगे।
प्रशासन पूरे अंकों के साथ पास : सीईटी के आखिरी इम्तिहान में भी जींद प्रशासन रविवार को पूरे अंकों के साथ पास हो गया। दो दिन हुई परीक्षा में कहीं भी पेपर लीक से लेकर परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं हुई। ट्रैफिक जाम में भी कोई परीक्षार्थी फंस कर लेट नहीं हुआ। डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने खुद को फ्रंट मोर्चे पर लगाए रखा। इसी का नतीजा रहा कि जींद जिले में पहली बार कोई परीक्षा बिना किसी घोटाले के संपन्न हुई, अन्यथा पेपर लीक होने से लेकर नकल के मामले में जींद सदा सुर्खियों में रहता था।
परीक्षार्थी लेट हुआ तो रोडवेज जीएम ने भेजी अपनी गाड़ी
जींद में एक परीक्षार्थी परीक्षा के लिए लेट हुआ तो हरियाणा रोडवेज के जींद डिपो के जीएम राहुल जैन ने परीक्षार्थी को अपनी गाड़ी में बैठाकर रवाना किया। हुआ यूं कि हिसार जिले के बहबलपुर गांव का रामधन दोपहर बाद की शिफ्ट में एग्जाम के लिए 2 बजकर 2 मिनट पर जींद बस अड्डे पर पहुंचा। रामधन का परीक्षा केंद्र दालमवाला पब्लिक स्कूल में था। परीक्षा में एंट्री का समय 2 बजकर 15 मिनट तक का था। रामधन परीक्षा के लिए लेट होता दिखा, तो जीएम राहुल जैन ने उसे अपनी सरकारी गाड़ी में बैठाकर ड्राइवर को परीक्षा केंद्र तक छोड़ने के निर्देश दिए। ड्राइवर ने रामधन को समय पर स्कूल पहुंचाया।