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जींद मंडी को गेहूं का, आढ़तियों को बारदाने का इंतजार

सरसों की फसल को नहीं मिल रहा एमएसपी, तोल में भी गड़बड़ी के आरोप
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जींद की नई अनाज मंडी में आई सरसों की फसल, जिसके तोल में गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। -हप्र
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जसमेर मलिक/हप्र

जींद, 3 अप्रैल

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जींद की नई अनाज मंडी में सरसों एमएसपी से कम भाव पर बिक रही है। सरसों के तोल से किसान और किसान यूनियन कोई भी संतुष्ट नहीं है। गेहूं की आवक अभी शुरू नहीं हुई है। आढ़तियों को बारदाना अभी तक नहीं मिला है। मंडी से गेहूं की लिफ्टिंग के टेंडर अभी तक नहीं हुए हैं। इन तमाम बातों ने किसानों को परेशान किया हुआ है।

सरकार ने सरसों का एमएसपी 5950 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया हुआ है।

जींद की अनाज मंडी में सरसों 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल से 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल के बीच बिक रही है। काफी किसानों को सरसों पर एमएसपी नहीं मिल रहा। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने मंडी में सरसों बेचने आए किसानों से बात कर कहा कि सरसों की तोल में गड़बड़ी है। मार्केट कमेटी सचिव संजीव जांगड़ा को भी इसकी शिकायत भाकियू ने बृहस्पतिवार को की। अभी तक जींद की नई अनाज मंडी में गेहूं की आवक शुरू नहीं हुई है। हालत यह है कि मंडी में अभी एक सप्ताह और गेहूं की आवक नहीं हो पाएगी, क्योंकि कहीं भी गेहूं की कटाई शुरू नहीं हुई है। इस मौके पर जिला प्रधान बारू राम, प्रदेश प्रवक्ता छज्जू राम कंडेला, युवा जिला प्रधान बिंद्र नंबरदार, राममेहर लोहान, राजेंद्र पहलवान, भीष्म लोहान, चंद्र जागलान, बलबीर मौजूद रहे।

मार्केट कमेटी सचिव संजीव जांगड़ा को ज्ञापन सौंपते भाकियू पदाधिकारी। -हप्र

इस बार सड़कों से लेकर पेयजल और शौचालय तक की बेहतर व्यवस्था

जींद की नई अनाज मंडी में गेहूं की आवक शुरू होने से पहले ही मार्केट कमेटी प्रशासन ने मंडी में नई सड़कों का निर्माण करवा दिया है। गेहूं की फसल की खराब मौसम से हिफाजत के लिए नए शेड लग गए हैं। इसके अलावा शौचालय और पीने के पानी जैसी सुविधाओं को किसानों के लिए पहले से ही दुरूस्त करवा दिया गया है।

इसे लेकर मार्केट कमेटी सचिव संजीव जांगड़ा का कहना है कि किसानों को मंडी में किसी तरह की दिक्कत गेहूं बेचने में नहीं आने दी जाएगी। जहां तक बारदाने का सवाल है, तो गेहूं की आवक शुरू होने से पहले आढ़तियों के पास बारदाना पहुंच जाएगा।

अभी तक नहीं हुए लिफ्टिंग के टेंडर

जींद की अनाज मंडी में सरकारी एजेंसियां जिस गेहूं की खरीद करेंगी, उसकी लिफ्टिंग के लिए अभी तक टेंडर नहीं हो पाए हैं। इस बार मंडियों से गेहूं की लिफ्टिंग के टेंडर का पेंच जींद समेत पूरे प्रदेश में फंसा हुआ है। ठेकेदार गेहूं की लिफ्टिंग का ठेका लेने के लिए आगे नहीं आ रहे। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि सरकार ठेकेदारों को 72 घंटे में गेहूं की लिफ्टिंग करने पर बाध्य कर रही है। इसमें देरी पर ठेकेदार को पेनल्टी लगेगी। मंडी में गेहूं की खरीद के बाद गेहूं के सरकारी गोदाम में पहुंचने के बीच जो गेहूं घटेगा, उसकी भरपाई के लिए ठेकेदारों को जिम्मेदार बनाया जा रहा है, जबकि पहले इस तरह की घटती के लिए आढ़ती जिम्मेदार होते थे। इस कारण भी ठेकेदार लिफ्टिंग का ठेका लेने में रुचि नहीं दिखा रहे।

किसानों के लिए भाकियू ने बुलंद की आवाज

मंडी में सरसों की खरीद शुरू होने के बाद और गेहूं की आवक शुरू होने से पहले बृहस्पतिवार को भाकियू ने किसानों के लिए आवाज बुलंद की। भाकियू ने अनाज मंडी में प्रदर्शन किया और मार्केट कमेटी सचिव को मांगों का ज्ञापन सौंपा। किसानों ने आरोप लगाए कि सरसों के तोल में गड़बड़ी की जा रही है, तो गेहूं खरीद शुरू हो चुकी है, मगर अभी तक मंडी में बारदाना भी नहीं पहुंच पाया है। किसान भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला की अध्यक्षता में किसान जींद की नई अनाज मंडी के गेट पर एकत्रित हुए। यहां किसानों ने बताया कि सरसों की खरीद की जा रही है, लेकिन समय पर उठान नहीं हो रहा। इसके अलवा तोल में भी गड़बड़ी की जा रही है। एमएसपी से कम रेट पर सरसों खरीदी जा रही है। इसके बाद किसान नेता मार्केट कमेटी सचिव संजीव जांगड़ा से मिले और उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि मंडी में गेहूं खरीद को लेकर इंतजाम अधूरे हैं। मार्केट कमेटी सचिव संजीव जांगड़ा ने किसानों की मांगों के उचित समाधान का आश्वासन दिया।

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