एमडीयू में शंखनाद के साथ दीक्षारंभ उत्सव शुरू, वैदिक मंत्रों से नवागंतुकों का स्वागत
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) में तीन दिवसीय दीक्षारंभ उत्सव का शुभारंभ विधिवत शंखनाद और वैदिक मंत्रोच्चारण की पवित्र ध्वनियों के बीच भव्यता के साथ हुआ। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि उद्घाटन करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय केवल डिग्री प्रदाता संस्था नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक समझ का केंद्र है। विद्यार्थियों को उन्होंने संवाद कौशल और नवाचार की ओर बढ़ने का आह्वान किया।
विशिष्ट अतिथि और शिक्षाविद् डॉ. सीताराम व्यास ने शिक्षा को केवल पठन-पाठन तक सीमित न मानते हुए उसे जीवन से जोड़ने की आवश्यकता बताई। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे जीवन को दिशा देने वाले निर्णय लेने का अभ्यास यहीं से करें। यूएसए से आए प्रेरक वक्ता डॉ. जसबीर लोहान ने विद्यार्थियों को मानसिक दबाव से ऊपर लक्ष्य पर केंद्रित रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में तनाव को शक्ति में बदलने की कला सीखना जरूरी है। कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत ने विद्यार्थियों से सपनों के साथ-साथ समाज के प्रति उत्तरदायी दृष्टिकोण अपनाने की अपील की। इस अवसर पर भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डॉ. शरणजीत कौर, प्रो. हरीश कुमार, डॉ. अजय शर्मा, डॉ. अजय मलिक, प्रो. अनुराग, डॉ. अमरजीत, प्रो. विवेक राठी, डॉ. शशांक शेखर, डॉ. संगीता सहित शिक्षक और अधिकारी मौजूद रहे।