संकट की इस घड़ी में एक हाथ दूसरे हाथ के काम आएगा : बहबलपुरिया
हिसार जिले का बड़ा गांव बिठमड़ा इस समय भीषण बाढ़ जैसी स्थिति से जूझ रहा है। यह गांव ही नहीं बल्कि 200 से अधिक गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन चैन की नींद सो रहा है। न तो पानी की निकासी के लिए कोई पंपसेट लगाया गया और न ही राहत का कोई ठोस कदम उठाया गया। चारों ओर पानी ही पानी है, गांववासियों के पास रोजमर्रा की जरूरत की चीजें खत्म हो चुकी हैं और हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि अब तक सैकड़ों लोग गांव छोड़कर पलायन करने को मजबूर हो गए हैं। बिठमड़ा गांव का दौरान करने के दौरान उन्होंने कहा कि इतना बड़ा संकट होने के बावजूद प्रशासन की चुप्पी और लापरवाही शर्मनाक है। सरकार की मदद की प्रतीक्षा करने के बजाय हमें खुद सामाजिक और पंचायती स्तर पर एकजुट होकर इस आपदा का मुकाबला करना होगा। कांग्रेस पार्टी इस संकट की घड़ी में गांववासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और हरसंभव सहयोग जारी रखेगी।
उन्होंने अपील की कि गांव का पुराना भाईचारा और आपसी सहयोग ही इस कठिनाई से निकलने का सबसे बड़ा सहारा बनेगा। इस संकट की घड़ी में एक हाथ दूसरे हाथ के काम आएगा। सब मिलकर इस प्राकृतिक आपदा से लड़ेंगे और प्रशासन की नाकामी का डटकर सामना करेंगे।