गुलकनी में भाकियू ने आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह, युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष रतन मान, प्रवक्ता रामराजी ढुल समेत कई प्रमुख किसान नेताओं ने शिरकत की। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि बिजली के बिलों को लेकर प्रदेश भर में साल 1992 से बिजली आंदोलन चला आ रहा था।
साल 2002 में गांव गुलकनी के पास भाकियू के धरने के दौरान जिला प्रशासन ने गोली चलवा दी। पुलिस की गोली लगने से 9 किसानों की जान चली गई थी। जान गंवाने वाले किसानों में राजपुरा भैण गांव के पांच किसान हवा सिंह, दिलबाग, राजेश, महासिंह, ओमप्रकाश गांव गुलकनी निवासी चार किसान बिजेंद्र शर्मा, राम गोपाल, राजबीर, नरेश शामिल हैं।
बाद में इन जान गंवाने वाले किसानों के स्टेच्यू यूनियन द्वारा गुलकनी में बनाए गए। तभी से हर साल गुलकनी गांव में भाकियू द्वारा किसान शहीदी दिवस मनाया जाता है। नौगामा खाप व भाकियू ने उन किसानों की याद में गुलकनी गांव में स्मारक का निर्माण करवाया हुआ है।
भाकियू की कार्यकारिणी का विस्तार जल्द
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान और प्रवक्ता रामराजी ढुल ने कहा कि भाकियू द्वारा जल्द ही कार्यकारिणी का विस्तार किया जाएगा और इसे गांव-गांव के स्तर पर ले जाया जाएगा। इसके अलावा आंधी और तूफान के कारण जो बिजली के पोल गिरे हुए हैं, उन्हें निगम जल्द से जल्द ठीक करे।
आगामी चार-पांच दिनों में इन पोल को सही नहीं किया गया तो भाकियू आंदोलन करेगी। इस मौके पर भाकियू के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद, जिला अध्यक्ष बारू राम, युवा जिला प्रधान बिंद्र नंबरदार,भाकियू(घासीराम) के प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र घासीराम नैन, नौगामा खाप के प्रधान सुरेश बहबलपुर, खाप प्रवक्ता उमेद जागलान, धर्मपाल घिमाना, जयबीर लोहान राजपुरा भैण आदि मौजूद रहे।