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एचपीएससी सहायक प्रोफेसर भर्ती परिणाम विवाद में, बसपा ने रद्द करने की मांग की

हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) की अंग्रेजी विषय में कॉलेज कैडर सहायक प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठे हैं। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. कृष्ण जमालपुर ने बुधवार को जींद में कहा कि आयोग ने 17 अगस्त को...

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हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) की अंग्रेजी विषय में कॉलेज कैडर सहायक प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठे हैं। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. कृष्ण जमालपुर ने बुधवार को जींद में कहा कि आयोग ने 17 अगस्त को परीक्षा आयोजित की थी और लगभग चार महीने बाद 2 दिसंबर को परिणाम घोषित किया, लेकिन यह विवादों से घिर गया है।

कृष्ण जमालपुर
कृष्ण जमालपुर

अभ्यर्थियों ने आयोग पर उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लापरवाही और आरक्षण नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया है। विज्ञापन के अनुसार अंग्रेजी विषय के लिए कुल 613 रिक्त पद थे। नियमावली के तहत, दस्तावेज सत्यापन और साक्षात्कार के लिए दो गुना उम्मीदवार यानी 1226 को बुलाया जाना था।

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लेकिन केवल 151 अभ्यर्थियों को न्यूनतम कटऑफ अंक मिलने पर सत्यापन के लिए बुलाया गया, जो केवल 12.3 प्रतिशत है। इसके अलावा, अभ्यर्थियों ने सब्जेक्ट ज्ञान टेस्ट के प्रश्न-पत्र पर एआई जनरेशन का आरोप लगाया, जिससे परीक्षा संचालन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हुए। रिजल्ट में आरक्षित वर्ग का उचित प्रतिनिधित्व भी नहीं है, जबकि अनारक्षित उम्मीदवारों की संख्या अत्यधिक है।

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जमालपुर ने दोषपूर्ण परिणाम को तत्काल रद्द करने, सभी उत्तर पुस्तिकाओं का पुनः मूल्यांकन करने और 613 रिक्त पदों पर आरक्षण नीति का 100 प्रतिशत पालन करने की मांग की। उनका कहना है कि बिना कार्रवाई के युवा यह मानने को मजबूर हैं कि एचपीएससी चयन प्रक्रिया में लापरवाही कर रही है और सरकार इसे देखते हुए मूकदर्शक बनी है।

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