बरसात में भी डटे रहे हकृवि छात्र, आज छात्र न्याय महापंचायत
हिसार, 23 जून (हप्र)
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का आंदोलन सोमवार को 14वें दिन में प्रवेश कर गया और दिनभर होती रही बारिश के बावजूद छात्र अपने धरनास्थल पर पूरी मजबूती के साथ डटे रहे। न भीगने की परवाह, न थकान की शिकायत, सिर पर सिर्फ न्याय की मांग का जुनून और दिल में हौसले की आग थी। आंदोलनकारी छात्रों ने साफ कहा कि यह संघर्ष सिर्फ अपने लिए नहीं, आने वाली पीढिय़ों के अधिकारों की रक्षा के लिए है।
छात्रों ने बताया कि मंगलवार, 24 जून को विश्वविद्यालय परिसर में एक ऐतिहासिक छात्र न्याय महापंचायत का आयोजन होने जा रहा है, जिसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यह महापंचायत छात्रों पर 10 जून को हुए बर्बर लाठीचार्ज, छात्रवृत्तियों में कटौती, और कुलपति की तानाशाही के विरोध में बुलाई गई है। इस महापंचायत में देश भर से किसान संगठनों, छात्र संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्थानीय ग्रामीणों, वकीलों और बुद्धिजीवियों के आने की पुष्टि हो चुकी है। यह सिर्फ एक सभा नहीं, एक जनचेतना का विस्फोट होगा, जहां सत्ता को छात्रों की पीड़ा सुननी ही पड़ेगी।
पूरी बैठक की रिकॉर्डिंग, सभी आरोप निराधार : एसपी
पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने कहा कि छात्रों के साथ बैठक कमेटी की थी और वे सिर्फ बैठक में उपस्थित थे। पूरी बैठक की रिकॉर्डिंग हमारे पास हैं।
छात्र जो भी आरोप लगा रहे हैं वह निराधार है। उन्होंने कहा कि किसी संदर्भ की बात को दूसरे संदर्भ में जोड़कर छात्र गलत आरोप लगा रहे हैं।
छात्रों ने एसपी पर लगाए गंभीर आरोप
छात्रों ने हिसार पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक ने उनको इमोशन फूल कहा और उनकी तुलना देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा से की। उन्होंने कहा कि अधिकारों की लड़ाई लडऩा देशद्रोह नहीं है। जब पुलिस अधीक्षक से कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ तो उन्होंने कहा कि आप लोगों के साथ कुछ नहीं हुआ है, दैनिक जीवन में तो हत्याएं और दुष्कर्म तक की घटनाएं होती है। साथ ही किसी छात्र के साथ यदि कुछ हो जाता है तो उसके लिए 13 छात्रों को जिम्मेदार ठहराने की चेतावनी देने का भी आरोप लगाया।
कमेटी के सदस्य लगा रहे हैं गलत आरोप : छात्र
पत्रकारों से बातचीत करते हुए छात्रों ने कहा कि उनकी पहले दिन से पहली मांग यही है कि तानाशाह कुलपति को हटाया जाए लेकिन सरकार द्वारा गठित कमेटी में शामिल मंत्रियों ने इसको अतिरिक्त मांग बताकर गलत गलत बयाान दिया है। साथ ही मंत्री ने आरोप लगाया कि छात्रों का विपक्षी पार्टियों ने ब्रेनवॉश कर लिया है जबकि हम बताना चाहते हैं कि यह सिर्फ और सिर्फ छात्र आंदोलन है। धरने के दूसरे ही दिन भाजपा विधायक रणधीर पनिहार ने यहां पर आकर अपना समर्थन दिया था। बैठक में कमेटी ने उनको कहा कि बच्चे इस आंदोलन में जुड़कर अपना भविष्य खराब ना करें क्योंकि कुलपति ने अपनी जिंदगी बीता ली है। उन्होंने कहा कि यही हमारा भविष्य है कि जानलेवा हमले के बाद भी हम चुप हो जाए तो फिर ऐसा भविष्य नहीं चाहिए।