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बीएमयू की वैज्ञानिक दृष्टि और शोध क्षमता का ऐतिहासिक प्रमाण : महंत बालक नाथ योगी

बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, रोहतक ने चिकित्सा और विज्ञान शोध के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय में एल्सेवियर द्वारा प्रकाशित नई अकादमिक पुस्तक ‘एक्सप्लोरिंग नॉन इनवेसिव डिजीज बायोमार्कर विथ यूरिनरी ओमिक्स अनालिसिस’ का विमोचन किया गया। यह...
रोहतक के बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में पुस्तक का विमोचन करते कुलाधिपति महंत बालक नाथ योगी, साथ हैं कुलपति, रजिस्ट्रार व अन्य। -हप्र
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बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, रोहतक ने चिकित्सा और विज्ञान शोध के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय में एल्सेवियर द्वारा प्रकाशित नई अकादमिक पुस्तक ‘एक्सप्लोरिंग नॉन इनवेसिव डिजीज बायोमार्कर विथ यूरिनरी ओमिक्स अनालिसिस’ का विमोचन किया गया। यह पुस्तक डॉ. अरूप गिरी (बीएमयू), डॉ. इंदु शर्मा (पंजाब विश्वविद्यालय) और डॉ. रानी ओझा (पीजीआई चंडीगढ़) द्वारा संपादित की गई है।

पुस्तक का विमोचन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महंत बाबा बालकनाथ योगी ने कहा कि यह पुस्तक केवल एक अकादमिक उपलब्धि नहीं, बल्कि बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक दृष्टि, शोध-संवेदनशीलता और वैश्विक मंच पर अपनी पहचान को प्रकट करने का एक ऐतिहासिक प्रमाण है। यूरिनरी ओमिक्स जैसे जटिल विषय पर इतनी गहन और व्यवस्थित पुस्तक का प्रकाशन न केवल विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि पूरे भारतवर्ष के जैव-चिकित्सा शोध क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।

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कार्यक्रम में कुलपति प्रो. एचएल वर्मा, कुलसचिव प्रो. विनोद कुमार, डीन प्रो. नवीन कुमार, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मुकेश सिंगला और विज्ञान संकाय के प्रोफेसरगण मौजूद रहे। डॉ. अरूप गिरी ने बताया कि यह पुस्तक शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगी।

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