हिंदी स्वाभिमान और अखंडता की भाषा : प्रो. विकास शर्मा
जाट कॉलेज में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में युवा पीढ़ी और हिंदी उपन्यास विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य वक्ता चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के प्रोफेसर एवं जाने माने कवि कुमार विश्वास के बड़े भाई और साहित्यकार डॉ. विकास शर्मा रहे। जाट संस्था के प्रधान गुलाब सिंह दिमाना, उप प्रधान धर्मराज, कॉलेजियम सदस्य, प्रिंसिपल और हिंदी विभाग के प्राध्यापकों ने डॉ शर्मा का कॉलेज में पहुंचने पर स्वागत किया। कार्यक्रम संचालन डॉ संजीत खत्री ने किया। मुख्य वक्ता कवि विकास शर्मा ने कहा की हिंदी स्वाभिमान और अखंडता की भाषा है। हिंदी एक ऐसी भाषा है जो हमेशा महकती रहेगी, अंग्रेजी साहित्य में वह भावना और लगाव नहीं जो हिंदी के शब्दों में है।
जाट शिक्षण संस्था के प्रधान गुलाब सिंह दिमाना ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए युवाओं से आह्वान किया कि हिंदी हमारी मातृभाषा है। जिसमें हम बोलते हैं तो हमारी आत्मा तृप्त हो जाती है। वहीं उन्होंने विद्यार्थियों से अंग्रेजी भाषा को सीखने साथ-साथ हिंदी में भी बातचीत करने को कहा। उन्होंने कहा कि आज हमारी हरियाणवी बोली का भी विशेष महत्व बढ़ता जा रहा है। संस्था के कॉलेज प्राचार्य डॉ. जोगेंद्र सिंह दहिया ने हिंदी को जोड़ने वाली भाषा बताते हुए कहा कि आज हिंदी की विश्व स्तरीय पहचान बन चुकी है। हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ. सरोज बाला ने 14 सितंबर का महत्व बताते हुए सभी का आभार जताया। इस मौके पर संस्था के उपप्रधान कॉलेजियम सदस्य पवन कादियान, राजेश तहलान, सुनील सिन्हा, प्राचार्य डॉ. जोगेंद्र दहिया, डॉ. मनीष नांदल, डॉ. रामेंद्र हुड्डा, डॉ. जसमेर, डॉ. शमशेर तोगड़िया सहित कई शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित रहे।