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गुजविप्रौवि ने पूर्व विद्यार्थियों के पंजीकरण शुल्क में की कटौती, 1000 के बजाय 100 रुपये लगेंगे

कुलपति बोले- अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने की खातिर लिया फैसला गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि) ने अपने पूर्व विद्यार्थियों के लिए आजीवन पंजीकरण शुल्क में ऐतिहासिक कमी की घोषणा की है। अब भारतीय नागरिकों के लिए...
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कुलपति बोले- अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने की खातिर लिया फैसला

गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि) ने अपने पूर्व विद्यार्थियों के लिए आजीवन पंजीकरण शुल्क में ऐतिहासिक कमी की घोषणा की है। अब भारतीय नागरिकों के लिए शुल्क 1000 रुपये से घटाकर 100 रुपये और अंतर्राष्ट्रीय पूर्व विद्यार्थियों के लिए 100 डॉलर से घटाकर केवल 10 डॉलर कर दिया गया है। यह निर्णय 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा।

पूर्व विद्यार्थी संबंध विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में बताया गया है कि शुल्क में यह कमी विश्वविद्यालय के सक्षम प्राधिकारी द्वारा अनुमोदित की गई है। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक पूर्व विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण के लिए प्रोत्साहित करना है।

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यह कदम विश्वविद्यालय के शैक्षणिक उत्कृष्टता के 30वें वर्ष के अवसर पर उठाया गया है और इसका उद्देश्य एक मजबूत एवं सक्रिय पूर्व छात्र नेटवर्क तैयार करना है। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि यह पहल विश्वविद्यालय पोर्टल पर पूर्व विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने और व्यापक पूर्व छात्र डेटाबेस तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ऐसा डेटाबेस न केवल पूर्व विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर नजर रखने और उनका जश्न मनाने में मदद करेगा, बल्कि यह संस्थान के दीर्घकालिक विकास में भी सहायक होगा। कुलपति ने यह भी कहा कि यह शुल्क में कमी विश्वविद्यालय की समावेशी नीति और आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप होने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विजय कुमार ने पूर्व छात्र संघ की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह संघ स्नातकों और मातृसंस्था के बीच दीर्घकालिक संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। पूर्व विद्यार्थी संबंध विभाग के डीन प्रो. कर्मपाल नरवाल ने पूर्व विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति बताते हुए उनके महत्व को रेखांकित किया।

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