‘जीवन में गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका’
चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के 11 वें स्थापना दिवस पर गुरु पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
स्वामी विवेकानंद व्यक्तित्व विकास केंद्र के सौजन्य से कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी की अध्यक्षता एवं कुलसचिव डॉ. भावना शर्मा के संयोजन में यह कार्यक्रम किया गया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री स्व.चौधरी बंसीलाल को श्रद्धासुमन अर्पित किये गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. दीप्ति धर्माणी ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के मात्र कुछ ही वर्षों में खेल, शिक्षा एवं अनुसंधान के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नए कीर्तिमान स्थापित कर देश ने अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपनी क्षमताओं को विकसित कर विराट स्वरूप का निर्माण करें।
पूर्व कुलपति प्रो आरके अनायथ ने कहा कि हमारे देश में गुरु को ब्रह्म, विष्णु और महेश के बराबर माना गया है। सिविल सर्जन डॉ़ रघुबीर शांडिल्य ने कहा कि गुरु का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि हम अपने अंदर नैतिक मूल्यों को बनाए रखें। भारतीय शिक्षण मंडल के प्रांत अध्यक्ष एवं पूर्व कुलसचिव डॉ जितेंद्र भारद्वाज ने कहा कि हम अपने गुरुजनों का सम्मान करें। गुरुओं का वंदन हमारी प्राचीन ज्ञान परंपरा का हिस्सा है। डॉ मोनिका मिगलानी ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व चौधरी बंसी लाल का जीवन परिचय प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डॉ़ धीरेंद्र मिश्रा की पुस्तक का विमोचन किया गया।