सब्जी एवं फल के आढ़तियों को दिए जाएं अनाज मंडी के लाइसेंस : राम अवतार
आढ़तियों की समस्याओं और मांगों को लेकर हरियाणा राज्य अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन की प्रदेश स्तरीय बैठक बृहस्पतिवार को जुलाना में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य प्रधान राम अवतार उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य संरक्षक अशोक गुप्ता, संयोजक हर्ष गिरधर, चेयरमैन रजनीश व गौरव, कोषाध्यक्ष स्वर्णजीत, महासचिव सुरेंद्र व विकास ने शिरकत की।
बैठक की अध्यक्षता जुलाना मंडी के प्रधान पवन लाठर ने की। बैठक में प्रदेश की 117 मंडियों के प्रधानों और उप-प्रधानों ने आढ़तियों की समस्याओं और मांगों को रखा। प्रमुख मांग यह रही कि जहां अनाज मंडी में ही फल और सब्जी मंडी है, लेकिन वहां खेती नहीं होती और आढ़तियों ने करोड़ों रुपये की दुकानें खरीदी हैं, उन दुकानों पर अनाज मंडी का लाइसेंस दिया जाए। साथ ही, फल एवं सब्जी मंडी को अनाज मंडी में बदला जाए ताकि आढ़ती अपना व्यापार कर सकें। बैठक में कंप्यूटर कांटे के उपयोग का विरोध किया गया और कहा गया कि मंडी में कंप्यूटर कांटों से काम नहीं चल सकता। किसानों का तोल सभी आढ़ती करेंगे और किसी भी हेराफेरी को एसोसिएशन स्वीकार नहीं करेगी। मार्केट कमेटी कांटे रख सकती है और निरीक्षण कर सकती है। राज्य प्रधान राम अवतार ने कहा कि आढ़तियों की मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा और समाधान कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसानों के पैसे सुरक्षित रखने के लिए आढ़तियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रधान ने कहा कि कपास एवं सरसों पर जो जीएसटी लगाया जाता है और आढ़ती उसे भर देता है वह काफी लेट आता है।
इसे बंद किया जाएगा। किसानों को बाजरे व सरसों की फसल पर आढ़तियों की आढ़त दी जाए। गेहूं के बैग मंडी से लोड और तोल होकर जाते है तो इसके बावजूद भी आढ़तियों को घटती देने पड़ती है। यह घटती आढ़ती नहीं देंगे। उन्होंने जीएसटी और माऊचर कट से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी स्पष्टता दी और कहा कि अनावश्यक परेशानियों को एसोसिएशन नहीं सहन करेगी। बैठक में पूर्व प्रधान राजपाल लाठर, परमेंद्र, सतीश, विजयपाल, जगबीर, सत्यनारायण, हरिओम पंडित सहित सैकड़ों आढ़ती उपस्थित रहे।