सरकार की लापरवाही किसान, आढ़ती व मजदूर के लिए बनी आफत : सुरजेवाला
सुरजेवाला शुक्रवार को नई अनाज मंडी में गेहूं की खरीद, लिफ्टिंग और किसानों को गेहूं के पैसे के भुगतान का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जींद की अनाज मंडियों की बात की जाए, तो इनमें लगभग 66 लाख क्विंटल गेहूं की आवक हुई है। इसमें से केवल 22 लाख क्विंटल गेहूं का ही उठान हुआ है।
जुलाना और जींद में कांटों में हेराफेरी कर किसानों को चूना लगाया जा रहा है। सुरजेवाला ने कहा कि सरकार की नालायकी के कारण गेहूं की फसल किसान, आढ़ती और मजदूर तीनों के लिए आफत बन गई है। कैथल और जींद की लेबर यूनियनों ने उनसे मिलकर बताया है कि मजदूरों को गेहूं की लिफ्टिंग की धीमी गति से भारी नुकसान हो रहा है। ठेकेदारों ने गेहूं की लिफ्टिंग के लिए टेंडर में 400 गाड़ियां दिखा दी, लेकिन हकीकत में 60 गाड़ी लगाई हुई हैं। बाकी का सारा पैसा ठेकेदार और अधिकारी डकार रहे हैं।
सीएम को मंडी में जाने की फुर्सत नहीं
सीएम नायब सैनी पर हमला बोलते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नायब सैनी को साइकिल चलाने और उसकी फोटो खिंचवाने की तो फुर्सत है, लेकिन मंडियों में जाकर गेहूं की खरीद, लिफ्टिंग और किसानों को उनके पैसे के भुगतान का जायजा लेने की फुर्सत नहीं है। सुरजेवाला ने प्रदेश सरकार से मांग की कि मंडियों में 24 घंटे में पर्याप्त मात्रा में बरदाने की व्यवस्था करवाई जाए। मंडियों में जो गेहूं पड़ा है, उसे कट्टों में भरवाया जाए। इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस नेता रघुवीर भारद्वाज, श्रीचंद जैन, वीरेंद्र जागलान आदि भी थे।