देश को आजाद करवाने वाले गुमनाम क्रांतिकारियों को शहीद का दे दर्जा सरकार : धनखड़
महासंघ ने केंद्र से शहीदों की जीवनी शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में भी शामिल करने की मांग
हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने केंद्र सरकार से स्वतंत्रता संग्राम में देश की आजादी के लिए अपनी शहादत देने वाले गुमनाम और प्रसिद्ध क्रांतिकारियों को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। महासंघ ने अपील की है कि शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की जीवनी स्कूल और कॉलेजों के शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में शामिल की जाए, ताकि नई पीढ़ी उनके संघर्ष और साहस से प्रेरित हो सके।
महासंघ के पूर्व प्रांतीय प्रधान वीरेन्द्र सिंह धनखड़ ने कहा कि आजादी के लिए असंख्य वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन कई महान क्रांतिकारियों को अभी तक उचित सम्मान नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस और रामप्रसाद बिस्मिल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान अमूल्य है और उन्हें शहीद का दर्जा देना अत्यंत आवश्यक है।
धनखड़ ने केंद्र सरकार से शहीद भगत सिंह की माता विद्यावती को भी सम्मानित करने की अपील की और कहा कि शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में शहीदों की जीवनी शामिल करने से बच्चे उनके आदर्शों को समझकर राष्ट्रहित में योगदान देंगे। इस अवसर पर जिला प्रधान जोगेन्द्र बल्हारा, विजय अहलावत, दीपक, सुरेश नेहरा, कृष्ण, विजय, बिजेन्द्र गुलिया, नरेश सांगवान, नीरज सिंधु, राजेन्द्र नांदल, कुलदीप और राहुल कथूरा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।