सरकार पर निजी अस्पतालों के 500 करोड़ बकाया, रोहतक में 35 अस्पताल पैनल में
प्रदेश में सरकार की आयुष्मान योजना के तहत अब प्राइवेट अस्पतालों में इलाज नहीं होगा, क्योकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सरकार द्वारा प्राइवेट अस्पतालों के 500 करोड़ रुपये के बकाया का भुगतान नहीं करने के चलते यह ऐलान किया है। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए आईएमए के जिला प्रधान डॉ. आरती साहू व डॉ. आरके चौधरी ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत पूरे हरियाणा में 650 प्राइवेट अस्पताल पैनल पर है और रोहतक में 35 प्राइवेट अस्पताल है, जिनके 25 करोड़ बकाया है। उन्होंने बताया कि योजना के बकाया भुगतान को लेकर सरकार कई बार आश्वासन दे चुकी है, लेकिन समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस कारण प्राइवेट अस्पतालों को काफी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है। डॉ. चौधरी ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत सरकार के सभी नियमों का पालन करते है, फिर भी सरकार द्वारा अनावश्यक कटौती की जा रही है। हाल ही में सरकार द्वारा आयुष्मान योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों को जारी किए गए भुगतान के सवाल पर डॉ. चौधरी ने कहा कि यह पेमेंट मार्च तक की है, जबकि अब भी सरकार पर 500 करोड रूपये प्राइवेट अस्पतालों का बकाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार स्कीम पर स्कीम लागू कर रही है, लेकिन बजट का कोई प्रावधान नहीं है और डाॅक्टरों की भी कोई समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों का लगातार खर्चा बढ़ रहा है। उन्होंने साफ साफ कहा कि जब तक आयुष्मान योजना के बकाया का पूरा भुगतान नहीं करती है तब तक पूरे प्रदेश में प्राइवेट अस्पताल योजना के तहत इलाज नहीं करेंगे।
लंबित मांगों को लेकर सीएम को सौंपा ज्ञापन
बहादुरगढ़ (निस) :
अपनी लंबित मांगों को लेकर युवा भाजपा नेता ऋषि सोनू भारद्वाज ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की। ऋषि भारद्वाज ने मुख्यमंत्री को पिछली मांगों का हवाला देते हुए बताया कि बहादुरगढ़ नगर परिषद को नगर निगम बनाने की मांग पर कार्रवाई हुई है व फिजिबिलिटी टेस्ट कराने के लिए गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। बहादुरगढ़ को जिला बनाने की मांग पर भी सरकार द्वारा रिपोर्ट ली गई है, उस पर कार्रवाई को आगे बढ़ाकर बहादुरगढ़ को जिला बनाया जाए। उन्होंने सीएम को बहादुरगढ़ की भौगोलिक व आर्थिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए बहादुरगढ़ को हर पायदान पर जिला बनाने के लिए फिट बताया व जल्द ही जिले की घोषणा करने की मांग की। उन्होंने बताया कि हमने आसौदा-मांडौठी सीमा पर अंतर्राष्ट्रीय इनडोर व आउटडोर स्टेडियम की मांग की है, जिसका नाम दलाल चबूतरे के नाम से रखा जाए। पूर्व जिलाध्यक्ष राजपाल जांगड़ा ने भी मुख्यमंत्री को बताया कि ये सभी मांगें जनहितकारी हैं, इसमें किसी व्यक्ति का निजी हित ना होकर बहादुरगढ़ के प्रत्येक नागरिक का हित है व बहादुरगढ़ के विकास के लिए जरूरी भी है।