किसानों की समस्याओं के प्रति सरकार असंवेदनशील : रामकिशन फौजी
बवानीखेड़ा क्षेत्र में हाल ही में हुई भारी बारिश और जलभराव ने किसानों के लिए गहरा संकट खड़ा कर दिया है। खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
इस विकट परिस्थिति में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) रामकिशन फौजी ने सरकार से प्रति एकड़ 50,000 रुपये मुआवजे की मांग की है। रामकिशन फौजी ने वर्तमान भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की समस्याओं के प्रति सरकार पूरी तरह असंवेदनशील बनी हुई है। उन्होंने कहा कि जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी, उस समय भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में जलभराव और प्राकृतिक आपदा से किसान प्रभावित हुए थे, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व ने तुरंत राहत प्रदान की थी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने न केवल मुआवजा दिया, बल्कि किसानों की आर्थिक हालत सुधारने के लिए योजनाएं भी लागू कीं। फसल नुकसान की स्थिति में तत्काल सर्वे कराकर मुआवजा वितरित किया गया। कर्ज पर ब्याज में छूट, बीज व खाद पर सब्सिडी और कृषि यंत्रों पर छूट जैसी योजनाएं लागू की गई थीं। रामकिशन फौजी ने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा किसानों को प्राथमिकता दी है और खेती-किसानी को मजबूत करने की दिशा में ठोस काम किया है।
उन्होंने कहा कि इसके उलट भाजपा सरकार केवल राजनीतिक प्रचार तक सीमित है, जबकि जमीनी स्तर पर किसानों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उन्होंने मांग की कि बवानीखेड़ा क्षेत्र के किसानों के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा की जाए और जलभराव से नष्ट हुई फसलों के लिए त्वरित मुआवजा दिया जाए। साथ ही उन्होंने प्रशासन से मांग की कि खेतों से पानी निकासी की व्यवस्था जल्द से जल्द की जाए ताकि आगामी खेती प्रभावित न हो।