अनाज मंडी में गेट पास विवाद, किसानों और कर्मचारियों में टकराव
कहा- गेट पास सिस्टम शुरू होने से पहले ही किसान डाल चुके हैं मंडी में अपना बाजरा
अनाज मंडी में गेट पास सिस्टम को लेकर किसानों और मंडी कर्मचारियों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। नए सिस्टम के लागू होने के बाद बिना गेट पास वाले किसानों को मंडी में प्रवेश नहीं दिया जा रहा, जिससे नाराज किसानों और आढ़तियों ने रविवार को बैठक कर मंडी प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया।
आढ़तियों का कहना है कि किसानों ने गेट पास लागू होने से पहले ही अपना बाजरा मंडी में जमा कर दिया था। अब प्रशासन द्वारा गेट पास की मांग किए जाने से किसानों को परेशानी हो रही है। कुछ किसानों और आढ़तियों ने आरोप लगाया कि मार्केट कमेटी के कर्मचारी गेट पास जारी करने के नाम पर पैसे भी मांग रहे हैं, जिससे विवाद और बढ़ गया।
मंडी आढ़ती यूनियन के प्रधान विनोद पूनिया ने कहा कि गेट पास प्रणाली किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को अपनी कार्यशैली सुधारनी चाहिए और प्रशासन को तुरंत हस्तक्षेप कर समाधान निकालना चाहिए, ताकि किसानों को अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े।
मंडी प्रधान ने चेताया कि यदि गेट पास जैसी बाधाएं बनी रहीं, तो किसान भावांतर भरपाई योजना का लाभ लेने से भी वंचित हो सकते हैं। उनका कहना था कि हर दिन नए नियम बनाकर किसानों के लिए जटिलताएं बढ़ाई जा रही हैं, जिससे उनकी मेहनत पर असर पड़ रहा है। मंडी प्रधान और अन्य पदाधिकारी प्रशासनिक अधिकारियों और मुख्यमंत्री से मिलने की योजना बना रहे हैं ताकि विवाद का स्थायी हल निकाला जा सके और किसानों को राहत मिल सके।