गन्नौर को मिले नगर परिषद का दर्जा, विधायक ने सदन में की पुरजोर मांग
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में सोमवार को गन्नौर के निर्दलीय विधायक देवेंद्र कादियान ने अपने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को सदन के सामने रखा। उन्होंने कहा कि पिछले सत्र में जो मुद्दे उठाए गए थे, उनमें से अधिकांश पर आज तक कोई ठोस कार्य नहीं हुआ है। कई योजनाएं अधर में लटकी हुई हैं जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
विधायक ने कहा कि गन्नौर नगरपालिका का क्षेत्रफल और आबादी तेजी से बढ़ी है। अन्य कई नगर पालिकाओं को नगर परिषद में बदला जा चुका है, ऐसे में गन्नौर को भी नगर परिषद का दर्जा दिया जाए। उन्होंने याद दिलाया कि यह मांग पहले भी सरकार के समक्ष रखी गई थी, लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं हुआ।
सरकारी कॉलेज तीसरे सत्र में, भवन निर्माण अधूरा
कादियान ने सदन में बताया कि गन्नौर का सरकारी कॉलेज अब तीसरे सत्र में प्रवेश कर चुका है, लेकिन कॉलेज अब भी स्कूल की इमारत में चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जमीन के संदर्भ में बड़ी गांव की पंचायत ने एक प्रस्ताव बनाकर भेजा है। अब सरकार को चाहिए कि वह फाइलों में अटके प्रस्ताव को तुरंत मंजूरी देकर भवन निर्माण शुरू कराए।
हर साल बारिश में शहर जलमग्न, स्ट्रॉम वाटर निकासी जरूरी : विधायक ने गन्नौर शहर की जलभराव की समस्या को सबसे गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि हर बार बारिश होते ही शहर में पानी भर जाता है और हालत तालाब जैसे हो जाते हैं। इस मुद्दे को वे पहले भी उठा चुके हैं। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर कुछ काम शुरू हुआ है, लेकिन उसकी गति धीमी है।
अंतर्राष्ट्रीय मंडी के चलते ट्रैफिक दबाव, बाईपास जरूरी : कादियान ने गन्नौर में बाईपास बनाने की पुरानी मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि करीब 2500 करोड़ की लागत से बन रही अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मंडी शहर से सटी है। यहां आने-जाने वाले भारी वाहनों से जाम की स्थिति बनी रहती है।
उन्होंने कहा कि बाईपास अब अनिवार्य हो चुका है, इसे जल्द मंजूरी दी जाए।