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किसान महापड़ाव धरने पर मनाई पूर्व मंत्री हीरानंद आर्य की 88वीं जयंती

खरीफ फसल-2023 के 350 करोड़ रुपये बीमा क्लेम घोटाले के खिलाफ व किसानों की अन्य मांगों को लेकर किसान महापड़ाव स्थल पर प्रमुख किसान नेता व पूर्व मंत्री हीरानंद आर्य की 88वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मास्टर छत्रपाल,...
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भिवानी में सोमवार को महापड़ाव में उपस्थित किसान नेता व अन्य। -हप्र
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खरीफ फसल-2023 के 350 करोड़ रुपये बीमा क्लेम घोटाले के खिलाफ व किसानों की अन्य मांगों को लेकर किसान महापड़ाव स्थल पर प्रमुख किसान नेता व पूर्व मंत्री हीरानंद आर्य की 88वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मास्टर छत्रपाल, कृष्ण बिधनोई, ज्ञानी राम झांझड़ा, सुरेश ढाणी टोडा व अलका आर्य ने संयुक्त रूप से की तथा मंच संचालन किसान नेता मास्टर जगरोशन ने किया। इस दौरान चौ. हीरानन्द आर्य के इलाके के 20 वर्षों तक चले बिजली आंदोलन में उनके सक्रिय योगदान को याद किया गया। इस अवसर पर किसान सभा के जिला उपप्रधान कामरेड ओमप्रकाश, युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान, पृथ्वी सिंह गोठड़ा, मनीराम खरबास, किसान नेता कविता आर्य, अलका आर्य, संतोष देशवाल ने कहा कि चौ. हीरानंद आर्य चार बार लोहारू से विधायक रहे। उन्होंने बिजली आंदोलन लोहारू में 1981, कादमा में 1995 व मंडियाली में 1997 में भाग लिया तथा कई माह तक जेल में भी बंद रहे। किसानों के ट्यूबवेलों के लिए बिजली फ्लैट रेट व चौथा स्लैब बनवाने में उनका भारी योगदान था। वे चौ. देवीलाल की सरकार में 1977 में शिक्षा मंत्री बने तथा इस दौरान उन्होंने राज्य में कई स्कूल खुलवाये तथा अनेक स्कूलों को अपग्रेड करवाया, हजारों अनियमित अध्यापकों को पक्का करवाया। उन्होंने शराब बंदी के लिए राज्य के अलग-अलग हिस्सों में घूमकर जन आंदोलन चलाने में मुख्य भूमिका अदा की थी।

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