विधायक वाल्मीकि के घर तक पहुंचा बाढ़ का पानी, एक दूसरे के इलाकों में पानी छोड़ने से तनाव
एक दूसरे के इलाकों में पानी छोड़ने से बवानीखेड़ा क्षेत्र में खेड़ी रोड़ पर रहने वाले किसानों तथा कस्बे के लोगों के बीच जबरदस्त तनाव बन गया। खेड़ी रोड़ पर बसे ढाणी के किसानों द्वारा मंगलवार को छोड़े गए पानी ने बवानीखेड़ा में हालात बिगाड़ दिए हैं। पानी का रुख सीधे शहर की तरफ हुआ और सबसे पहले विधायक कपूर सिंह वाल्मीकि के घर के सामने पहुंचा। उनके घर और गली में डेढ़ फुट तक पानी भर गया है। देखते ही देखते पूरा इलाका पानी में डूब गया।
वार्ड सात में विधायक कपूर सिंह वाल्मीकि की बस्ती पानी का दबाव इतना ज्यादा था कि बस्ती में एक मकान ढह गया। मलबे में एक लड़की घायल हो गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत उसे बाहर निकाला और उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया।
बवानीखेड़ा से खेड़ी गांव की तरफ जाने वाले रोड़ पर रह रहे किसानों ने अपने खेतों का पानी बवानीखेड़ा कस्बे की तरफ छोड़ दिया जिससे कस्बे के लोग भड़क उठे और उन्होंने बांध लगाकर पानी को रोकने का प्रयास किया जिससे दोनों पक्षों में विवाद हो गया।
इस दौरान बड़ी मात्रा में पानी बवानीखेड़ा की और आ गया। काफी मान मनोव्वल के बाद किसान पानी रोकने को तैयार हुए।
बिजली निगम कॉलोनी में भी घुसा पानी, परिवारों ने किया पलायन
हालात इतने गंभीर हो गए कि बिजली निगम कार्यालय और उससे सटी कॉलोनी भी पानी की चपेट में आ गई। कॉलोनी में रहने वाले विजेंद्र फोरमैन, अमित लाइनमैन, मनदीप लाइनमैन और सुदर्शन लाइनमैन परिवारों सहित मजबूरन घर छोड़कर कस्बे के अलग-अलग वार्डों में रहने लगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉलोनी में तीन से चार फुट तक पानी जमा है। बिजली निगम का दफ्तर भी डूबने की स्थिति में पहुंच गया है।
बस्ती में पलायन, लोग घर छोड़ने को मजबूर पानी के लगातार बढ़ते स्तर से बस्तीवासियों में दहशत फैल गई। कई परिवारों ने अपना सामान निकालकर सुरक्षित जगहों पर शरण ली। घरों के अंदर पानी घुसने से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया।