सबसे पहले माता लक्ष्मी जी ने राजा बलि को राखी बांधी: गर्ग
अग्रोहा धाम में रक्षाबंधन में पूर्णिमा के पावन पर्व पर भव्य भजन समारोह, छप्पन भोग, भंडारे व वैश्य समाज के प्रतिनिधियों की मीटिंग अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई।
बजरंग गर्ग ने उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि रक्षा बंधन केवल पारिवारिक उत्सव नहीं, यह महत्वपूर्ण दिन राजा बलि और भगवान विष्णु जी से संबंधित है। धार्मिक कथाओं के अनुसार सबसे पहले माता लक्ष्मी जी ने राजा बलि को राखी बांधी थी। रक्षाबंधन का जिक्र महाभारत में भी मिलता है। द्रौपदी ने भगवान श्री कृष्ण जी को राखी बांध कर भाई बनाया था। जो रक्षाबंधन में आध्यामिक महत्व को उजागर करता है।
उन्होंने कहा कि बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके अच्छे स्वास्थ्य, खुश रहने व उनके लंबी उम्र की कामना करती है और भाई अपनी बहनों की हर प्रकार की सुरक्षा करने का संकल्प लेते है। बड़े ही सहयोग की बात है रक्षाबंधन व सावन पूर्णिमा का दिन की है एक साथ दो त्यौहार मनाने का देश व प्रदेशवासियों को शुभ अवसर मिलता है। भारत देश संतो व माहानपुरुषों का देश है। जहां पर देश व प्रदेश वासी मिलजुल कर भाईचारे में रह रहे हैं।