बिजली के तार टूटकर गिरने से लगी आग, 50 एकड़ बाजरे की भूसी जलकर राख
फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने ढाई घंटे की मशक्कत के बाद काबू, 4 ग्रामीण करंट की चपेट में आने से बचे
कनीना खंड के गांव गुढ़ा में बिजली विभाग की लापरवाही से एक बड़ी आगजनी की घटना सामने आई है। जानकारी अनुसार, गांव के किसान योगेश कुमार के खेत में रखी उसकी और बटाईदार किसानों की करीब 50 एकड़ बाजरे की कड़वी और भूसी शुक्रवार दोपहर आग की लपटों में घिर गई।
योगेश कुमार ने कनीना सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि तीन अक्तूबर को दोपहर करीब 12 बजे खेत के ऊपर से गुजर रही बिजली की पुरानी जर्जर एलटी लाइन का तार टूटकर नीचे गिर गया। तार से निकली चिंगारी ने देखते ही देखते पूरी कड़वी को आग के हवाले कर दिया। ग्रामीणों ने जब आग पर काबू पाने का प्रयास किया तो टूटे हुए तार में बिजली प्रवाहित होने के कारण 4 लोग करंट की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए।
इसके बाद ग्रामीणों ने तत्काल ईआरवी, डायल 112 और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कनीना और महेंद्रगढ़ से दो दमकल गाड़ियां मौके पर पहुँचीं। पुलिस और ग्रामीणों की मदद से लगभग ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक पूरी कड़वी और भूसी जलकर राख हो चुकी थी। किसान ने बताया कि आगजनी से उसे करीब दस लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
पुराने जर्जर तार बदली करने की लगा चुके थे गुहार
योगेश कुमार ने बिजली निगम के अधिकारियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने दो माह पूर्व कई बार लिखित शिकायत देकर जर्जर तारों को बदलने की मांग की थी। अधिकारियों ने खेत में नया खंभा तो गाड़ दिया, पर तारों को बदला नहीं गया और न ही ढीले तारों को कसा गया।
निगम कर्मचारियों पर लगाया मारपीट का आरोप
घटना के अगले दिन जब बिजली विभाग के कर्मचारी टूटे तारों की मरम्मत करने पहुंचे, तो खेत में मौजूद इंदु देवी और कर्मचारियों के बीच कहासुनी हो गई। इंदु का आरोप है कि इस दौरान एक कर्मचारी ने उसे धक्का दे दिया जिससे वह गिर पड़ी। बीच-बचाव करने आए योगेश कुमार के साथ भी मारपीट की गई। महिला ने इस संबंध में पुलिस को शिकायत दी है। उन्होंने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।