फतेहाबाद, 16 अप्रैल (हप्र)
फतेहाबाद के साथ लगते गांव बोसवाली की ढाणी रूपनगर में गेहूं के खेतों में भयंकर आग लग गई। आग तेजी से फैलते हुए करीब 15 एकड़ क्षेत्र में फैल गई और काटने के लिए तैयार गेहूं की फसल राख हो गई। आग साथ लगती ढाणी की तरफ बढ़ने लगी तो हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर पेड़ों की टहनियों और हैरो चलाकर आगे आगे खेत खाली किए, साथ ही पंप सेट मंगवाकर पानी की बौछारों से कुछ हद तक आग को आबादी की तरफ बढ़ने से रोका। मौके पर फायरब्रिगेड की गाडिय़ों ने पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। गनीमत रही कि कड़ी मशक्कत से आग को आबादी तक नहीं पहुंचने दिया, हालांकि आग की लपटें घरों के बिल्कुल पीछे तक पहुंच चुकी थीं।
उधर, दूसरी तरफ बनी सड़क ने आग को दूसरी ओर जाने से रोक दिया, नहीं तो आग दूसरी ओर की सैकड़ों एकड़ फसल को अपनी चपेट में ले सकती थी। आग से 15 एकड़ में गेहूं व कुछ क्षेत्र में तूड़ी जल गई।
किसान पुरुषोत्तम, हंसराज, रोशन, रणजीत व उसके पड़ोसी किसानों के खेतों में आज सुबह 10 बजे अचानक आग लग गई। गेहूं की पकी हुई फसल होने के कारण आग तेजी से बढ़ने लगी। हवा के कारण आग को किसान रोक नहीं पाए। इसके बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी लेकर कर्मचारी आए। किसानों का कहना है कि लाइट कट होने के चलते यह नहीं कह सकते कि शार्ट सर्किट से आग लगी है, हालांकि असली कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। ग्रामीणोंं ने बताया कि आग रूप नगर ढाणी के बिल्कुल बाहरी खेतों में लगी, जिस कारण आग की लपटें तेजी से घरों की तरफ बढऩे लगी। जिस पर में किसान व ग्रामीण ट्रैक्टर, हैरो, पंप सेट आदि लेकर मौके पर पहुंचे।
कलायत : गांव बालू रापड़िया में 12 एकड़ फसल और 35 एकड़ फाने जले
कलायत (निस) : गांव बालू में खेतों में आग लगने से 12 एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल और 35 एकड़ में कटाई के बाद बचे फाने जल गए। आग का कारण हाईटेंशन तारों में शॉर्ट सर्किट बताया गया है। खेतों के ऊपर से गुजर रही तारों में दोपहर करीब 2 बजे शॉर्ट सर्किट हुआ। उसी समय पास से गुजर रहे किसान ने आग की लपटें देखीं। उसने तुरंत गांव के लोगों को सूचना दी और डायल 112 पर कॉल किया। इसके बाद गांव के मंदिर से लाउडस्पीकर पर मुनादी करवाई गई। ग्रामीण खेतों की ओर दौड़े। फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। कुछ ही देर में दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया। किसान संजू, जोगिंदर और सतीश ने बताया कि आग लगने के समय हवा कम थी। इसी कारण आग ज्यादा नहीं फैली। अगर हवा तेज होती तो सैकड़ों एकड़ फसल जल सकती थी। आग लगने से किसान बलवीर सिंह ,महेंद्र रामनिवास शमशेर सत्यवान, सुरेश रणवीर की करीब 11 से 12 एकड़ गेहूं की फसल व कुलदीप, किताब सिंह, ईश्वर, दीपा आदि किसानों के करीब 35 एकड़ में खड़े फाने जलकर राख हो गए।