किसानों को कपास की खेती के लिए किया जागरूक
जुलाना की नई अनाज मंडी में मंगलवार को एक दिवसीय कपास दिवस का आयोजन किया गया। इसमें जुलाना खंड के विभिन्न गांव के किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए खंड कृषि अधिकारी डॉ़ सूरजमल ने किसानों को...
जुलाना की नई अनाज मंडी में मंगलवार को एक दिवसीय कपास दिवस का आयोजन किया गया। इसमें जुलाना खंड के विभिन्न गांव के किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए खंड कृषि अधिकारी डॉ़ सूरजमल ने किसानों को कपास की फसल के लिए जागरूक किया। उन्होंने बताया कि कपास की फसल में कीट प्रबंधन किस प्रकार करें, कपास की फसल के आने वाली बीमारियां व किस प्रकार उन बीमारियों की रोकथाम की जाए। कपास की फसल में गुलाबी सुंडी की रोकथाम कैसे करनी है, इत्यादि के साथ-साथ किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आजकल गांवों और शहरों में कैंसर जैसी भयानक बीमारी लोगो को अपनी चपेट में ले रही है। इसका एकमात्र समाधान प्राकृतिक खेती है। प्राकृतिक खेती में एक गाय 30 एकड़ की खेती करवा सकती है। उन्होंने बताया कि सीधी बिजाई का पंजीकरण करवाने पर 4500 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
इसके साथ साथ किसानों को जल शक्ति अभियान, मेरी फसल मेरा ब्यौरा का पंजीकरण कराने, फसल अवशेष प्रबंधन, विभाग की विभिन्न स्कीमों जैसे मेरा पानी मेरी विरासत के अंतर्गत फसल विविधीकरण पर 8000 रुपये अनुदान आदि की जानकारी दी गई।