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गांव जांडली से पाइप लाइन डालकर भूमिगत जल ले जाना चाहते हैं चन्द्रावल के किसान

मदन लाल गर्ग/हप्र फतेहाबाद, 16 जून भूमिगत जल के दोहन को लेकर गांव जांडली खुर्द व गांव चंद्रावल के बीच ठन गई है। नहरी पानी से वंचित गांव जाण्डली खुर्द से पड़ोस के गांव चन्द्रावल के कुछ किसानों द्वारा अंडरग्राऊंड...
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फतेहाबाद में सचिवालय के बाहर गांव जांडली के ग्रामीण पाइप लाइन डालने का विरोध करते हुए। -हप्र
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मदन लाल गर्ग/हप्र

फतेहाबाद, 16 जून

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भूमिगत जल के दोहन को लेकर गांव जांडली खुर्द व गांव चंद्रावल के बीच ठन गई है।

नहरी पानी से वंचित गांव जाण्डली खुर्द से पड़ोस के गांव चन्द्रावल के कुछ किसानों द्वारा अंडरग्राऊंड पाइप लाइन बिछाकर खेतों की सिंचाई के लिए पानी ले जाने पर गांव जाण्डली कलां के किसानों ने विरोध जताया है।

इस मामले को लेकर सोमवार को गांव के सैंकड़ों किसान एकत्रित होकर लघु सचिवालय पहुंच गए और एडीसी को ज्ञापन सौंपकर पाइप लाइन बिछाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। किसानों का कहना है कि जाण्डली गांव अनकमांड एरिया में आता है। किसान यहां पर सबमर्सीबल ट्यूबवैल से सिंचाई करते हैं। यही कारण है कि यहां का भूजल स्तर 50 फुट से गिरकर 225 फुट तक चला गया है। एडीसी अनुराग ढालिया ने किसानों को इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

एडीसी से मिलने आए गांव जाण्डली खुर्द के सरपंच बलवंत सिंह, ब्लाक समिति भूना के चेयरमैन महेन्द्र सिंह, धर्मपाल नंबरदार, कुलदीप सिंह, नरेन्द्र, रामकुमार सहित दर्जनों किसानों ने कहा कि गांव चन्द्रावल के किसान महेन्द्र सिंह व चरण सिंह द्वारा गांव जांडली खुर्द के खेतों से अपने खेतों में पानी लगाने के लिए सबमर्सीबल ट्यूब्वैल लगाकर दो भूमिगत पाइप लाइन बिछाना चाहते हैं।

किसानों के अनुसार गांव जांडली खुर्द के खेतों में पहले ही भूमिगत जलस्तर काफी नीचे है। यह पहले लगभग 50 फीट पर था जो अब ओर गिरकर 225 फीट तक चला गया है। उन्होंने कहा कि गांव जांडली खुर्द सरकार द्वारा जलस्तर के मामले में रेड जोन एरिया घोषित किया हुआ है। जांडली खुर्द का यह इलाका अनकमांड रकबा है, यहां सिर्फ सबमर्सीबल का ही सहारा है। यह पाइप लाइन बिछने से पानी का स्तर ओर नीचे चला जाएगा क्योंकि यह पाइप लाइन वह खेतों में धान की फसल पकाने के लिए लेकर जा रहे हैं जिसमें बहुत अधिक पानी की जरूरत पड़ेगी।

पाइप लाइन बिछाने पर पहले भी एक बार आपसी तनातनी हो चुकी है जिससे दोनों गांवों में माहौल तनावपूर्ण हो चुका है। इससे दोनों गांवों के किसानों में भी आपसी नाराजगी बढ़ती जा रही है। किसानों ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर 26 दिसम्बर 2023 व 23 अप्रैल 2024 को भी लिखित शिकायत दी थी। गांव में 14 जून 2025 को एक ग्राम सभा करके पूरे गांव ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि इस विवादित पाइप लाइन को बिछाने नहीं दिया जाएगा। इस मामले में किसानों ने सोमवार को एडीसी को शिकायत देकर मांग की कि इस पाइप लाइन को बिछाने से रोका जाए।

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