जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे को किसानों ने करवाया टोल फ्री
हादसे में मारे गए समरजीत के परिजनों को मुआवजे की मांग तेज
जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे पर किसानों और पूर्व सैनिकों ने शनिवार से भिड़ताना टोल प्लाजा को अनिश्चितकाल के लिए टोल फ्री कर दिया है। रविवार को भी आंदोलन जारी रहा, जिसके चलते दो दिनों में टोल प्लाजा को लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है। आंदोलन का नेतृत्व किसान नेता रवि आजाद कर रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक हादसे में मारे गए समरजीत सिवाच के परिजनों को न्याय और मुआवजा नहीं मिलता, तब तक टोल वसूली बंद रहेगी। यह मामला रोहतक के बड़ाली गांव निवासी समरजीत सिवाच की मौत से जुड़ा हुआ है। समरजीत रक्षक सिक्योरिटी कंपनी में कार्यरत थे। 25 अगस्त को सड़क हादसे में उनकी मृत्यु हो गई थी।
हादसे के बाद कंपनी प्रबंधन ने परिवार को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन तो दिया था, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं की गई है। इसी के विरोध में किसानों ने यह आंदोलन शुरू किया है। शनिवार से शुरू हुआ यह धरना रविवार को भी जारी रहा। भिड़ताना टोल प्लाजा पर किसानों के साथ पूर्व सैनिक और विभिन्न सामाजिक संगठनों के सदस्य भी शामिल हैं।
टोल प्लाजा पूरी तरह टोल फ्री कर दिया गया है और वाहनों की आवाजाही बिना शुल्क के हो रही है। इससे एनएचएआई को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। धरने में जींद, सोनीपत और रोहतक जिलों के सैकड़ों किसान शामिल हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद हैं।
दिनभर धरना देकर किसान टोल बंद रखवाते हैं और मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा कर चुके हैं। टोल प्लाजा पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात किया गया है। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक कंपनी मृतक के परिवार से किए गए वायदे को पूरा नहीं करती और सरकार हस्तक्षेप नहीं करती, तब तक टोल प्लाजा पर टोल फ्री आंदोलन जारी रहेगा।