किल्लत झज्जर में किसानों को नहीं मिल पा रहा यूरिया
झज्जर क्षेत्र में एक बार फिर से खाद संकट गहरा गया है। मंगलवार को झज्जर के किसान सदन में खाद वितरण को लेकर अव्यवस्था और अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद भी कई किसान खाली हाथ लौटने को मजबूर हुए। खाद लेने पहुंची एक महिला किसान को जबरन नैनो यूरिया की बोतल थमाई गई, जिस पर उसने विरोध जताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया।
विवाद बढ़ता देख कर्मचारियों ने बोतल के पैसे वापस लौटाकर स्थिति को शांत किया। जानकारी के अनुसार, मंगलवार को खाद का जो रैक झज्जर पहुंचा उसमें केवल 500 कट्टे ही थे। भारी संख्या में पहुंचे किसानों के लिए यह स्टॉक पर्याप्त नहीं था। परिणामस्वरूप, सैकड़ों किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा। किसानों ने खाद वितरण में धांधली का आरोप लगाया। किसानों का कहना है कि कुछ लोगों को पिछले दरवाजे से खाद वितरित की गई, जबकि कई असली जरूरतमंद किसान कड़ी धूप में घंटों लाइन में लगे रहे। इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी मैनेजर बालकिसान ने कहा कि खाद का वितरण पूरी पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है। सरकार के निर्देश अनुसार एक आधार कार्ड पर अधिकतम पांच कट्टे दिए जा रहे हैं।
नैनो यूरिया जबरन दिए जाने का आरोप निराधार है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विभाग की कोशिश है कि हर पात्र किसान को उचित मात्रा में खाद मिले, लेकिन इस समय खाद की उपलब्धता सीमित है। अगला खाद रैक कब आएगा, इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।