एमएसपी पर बाजरे की खरीद में देरी से भड़के किसान, 29 को अनाज मंडी पर तालाबंदी की चेतावनी
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बाजरे की सरकारी खरीद में देरी को लेकर शनिवार को भिवानी में किसानों का गुस्सा भड़क गया है। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के जिलाध्यक्ष राकेश आर्य के नेतृत्व में किसानों का प्रतिनिधिमंडल जिला खाद्य...
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न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बाजरे की सरकारी खरीद में देरी को लेकर शनिवार को भिवानी में किसानों का गुस्सा भड़क गया है। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के जिलाध्यक्ष राकेश आर्य के नेतृत्व में किसानों का प्रतिनिधिमंडल जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक तथा अनाज मंडी के अधिकारी योगेश शर्मा से मिला और खरीद तुरंत शुरू करवाने की मांग रखी।किसानों ने अधिकारियों को बताया कि उनकी बाजरे की फसल तैयार होकर मंडियों में पहुंच चुकी है, लेकिन सरकारी खरीद प्रक्रिया शुरू न होने से वे मजबूरी में अपनी उपज निजी व्यापारियों को औने-पौने दामों पर बेच रहे हैं। इससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों ने कहा कि खरीद में देरी के कारण उनके पास खाद, बीज और अन्य कृषि सामग्री खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष राकेश आर्य ने आरोप लगाया कि सरकार जान-बूझकर किसानों को परेशान कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द ही बाजरे की खरीद शुरू नहीं की तो किसान 29 सितंबर को भिवानी अनाज मंडी के मुख्य द्वार पर ताला जड़कर प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद वे सड़क जाम कर धरने पर भी बैठेंगे।
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आर्य ने कहा कि इस प्रस्तावित आंदोलन का नेतृत्व किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी और सुरेश कोथ करेंगे। इस दौरान करतार गिल, नीतू गहलावत, जयपाल कौथ, रामरत्न जांगड़ा, सुरेंद्र यादव, प्रमोद यादव रूपगढ़, नरेश शर्मा और रामपाल नंबरदार समेत कई किसान मौजूद रहे।
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