हर चिकित्सक को होनी चाहिए वेंटिलेटर की बेसिक जानकारी: डॉ. सिंघल
पीजीआईएमएस में मास्टर क्लास ऑन क्रिटिकल केयर का उद्घाटन, चिकित्सकों को व्यावहारिक प्रशिक्षण
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के सुश्रुत सभागार में शनिवार से दो दिवसीय 9वीं पीसीसीएम सीएमई की शुरुआत हुई। पहले दिन मास्टर क्लास ऑन क्रिटिकल केयर का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यातिथि के रूप में पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एसके सिंघल उपस्थित रहे।
डॉ. सिंघल ने प्रतिभागी चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा कि वेंटिलेटर की जरूरत लगातार बढ़ रही है और ऐसे में हर चिकित्सक को इसकी बेसिक जानकारी होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस कार्यक्रम में एचसीएमएस से भी चिकित्सक शामिल हुए हैं, जो प्रशिक्षण प्राप्त कर सीएचसी और सिविल अस्पताल स्तर पर मरीजों की वेंटिलेटर के माध्यम से जीवन रक्षा में अहम भूमिका निभाएंगे।
कार्यशाला के आयोजक डॉ. ध्रुव चौधरी ने बताया कि डॉ. सिंघल और अन्य अधिकारियों के समर्थन से यह कॉन्फ्रेंस सफलतापूर्वक आयोजित हो पाई है। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में सांप के काटने और अन्य इमरजेंसी मामलों में इंटेंसिव केयर की जरूरत पड़ती है, ऐसे में चिकित्सकों को यह जानना आवश्यक है कि मरीज को सुरक्षित रूप से वेंटिलेटर पर कैसे रखा जाता है।
इस अवसर पर प्रतिभागियों को बेसिक्स ऑफ मैकेनिकल वेंटिलेशन, वेंटिलेटर के मूल सिद्धांत, ट्रबलशूटिंग और एसिन्क्रोनीज जैसी समस्याओं का समाधान सिखाया गया। डॉ. पवन ने कहा कि इस दो दिवसीय वर्कशॉप में वेंटिलेटर के सही इस्तेमाल, क्रिटिकल केयर में टीमवर्क और विभिन्न बीमारियों में वेंटिलेटर मैनेजमेंट पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम में निश्चेतन विभाग के प्रोफेसर डॉ. प्रशांत कुमार, चिकित्सक, कोच और स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे। हरियाणा स्टेट मेडिकल काउंसिल द्वारा इस कॉन्फ्रेंस के लिए 6 क्रेडिट प्वाइंट्स प्रदान किए गए हैं।व