सशक्त मातृशक्ति ही प्रगति की आधारशिला : डॉ. मिड्ढा
हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि हरियाली का यह पर्व केवल परंपरा नहीं, बल्कि महिलाओं की सांस्कृतिक अभिव्यक्ति, सामूहिकता और सामाजिक सशक्तिकरण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें हमारी जड़ों से जोड़ता है और प्रकृति से नजदीकी का संदेश देता है।
डॉ. मिड्ढा सोमवार को चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने 34 महिला सांस्कृतिक केंद्रों का उद्घाटन कर कहा कि जींद सहित पूरे हरियाणा में 1000 ऐसे केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। प्रथम चरण में जींद जिले में 38 केंद्र बनकर तैयार हो चुके हैं।
उन्होंने स्वयं सहायता समूहों की सराहना करते हुए उन्हें तीज की कोथली भेंट की और कहा कि मातृशक्ति को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार योजनाएं चला रही है। उज्ज्वला योजना के तहत सस्ता गैस सिलेंडर, 14-18 वर्ष की छात्राओं के लिए फोर्टिफाइड दूध, मातृशक्ति योजना के तहत 5 लाख तक ऋण सीमा, 100 करोड़ रुपये के ब्याज-मुक्त ऋण, और 2 लाख लखपति दीदी तैयार करने का लक्ष्य – यह सब महिला स्वावलंबन की दिशा में क्रांतिकारी कदम हैं। इस मौके पर श्रेष्ठ कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया गया। बाबा श्याम समूह को प्रथम, दयागिर समूह को द्वितीय और राधे-राधे समूह को तृतीय पुरस्कार मिला। वहीं विभिन्न फेडरेशनों को कुल 13 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता भी प्रदान की गई।