किसानों को गुणवत्ता वाले कीटनाशक उपलब्ध कराने की कवायद...
कृषि विभाग द्वारा शुरू किए गए कीटनाशक गुणवत्ता जांच अभियान के तहत बृहस्पतिवार को कीटनाशक दवाई बनाने वाली फैक्टरियों पर छापेमारी की गई। इस दौरान कृषि विभाग की टीमों ने सोनीपत क्षेत्र से 15 सैंपल दवाइयों के इकट्ठे किए, वहीं...
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कृषि विभाग द्वारा शुरू किए गए कीटनाशक गुणवत्ता जांच अभियान के तहत बृहस्पतिवार को कीटनाशक दवाई बनाने वाली फैक्टरियों पर छापेमारी की गई। इस दौरान कृषि विभाग की टीमों ने सोनीपत क्षेत्र से 15 सैंपल दवाइयों के इकट्ठे किए, वहीं गोहाना क्षेत्र से 10 सैंपल लिए गये। सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि इस बार मानसून सीजन में बरसात अधिक हुई है। जिसकी वजह से कीटनाशक दवाइयों की डिमांड भी बढ़ी है। वहीं रबी सीजन की शुरूआत भी होने वाली है। ऐसे में किसानों को बेहतर गुणवत्ता के कीटनाशक उपलब्ध हो सके, इसके लिए कृषि विभाग द्वारा तीन दिवसीय विशेष जांच अभियान शुरू किया है। जिसके अंतर्गत बृहस्पतिवार को सोनीपत ओर गोहाना क्षेत्र में विभाग की टीमों द्वारा छापेमारी की गई।
दो दिनों में लिए जा चुके हैं 40 सैंपल : कीटनाशक गुणवत्ता जांच अभियान के अंतर्गत सोनीपत कृषि विभाग के साथ-साथ फरीदाबाद से भी एक स्पेशल टीम सोनीपत पहुंची हुई है। कृषि विभाग की टीम ने दो दिनों के अंदर ही दवाइयों के 40 सैंपल लिए हैं। यह अभियान शुक्रवार को भी जारी रहेगा। सैंपलों को अलग-अलग लैब में भेजा जाएगा। लैब रिपोर्ट में अगर किसी सैंपल की गुणवत्ता कम पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ नोटिस जारी किया जाएगा। कृषि विभाग की टीम ने किसानों का भी आह्वान किया है कि वे जब भी कीटनाशक दवाइयां ले, तो उसका पक्का बिल अवश्य ले।
''कीटनाशक दवाइयों के कुल 25 सैंपल लिए गए हैं। अभियान के चलते कीटनाशक दवाई बनाने वाली फैक्टरियों के रिकॉर्ड की भी जांच की गई है। किसानों को बेहतर गुणवत्ता की दवाइयां उपलब्ध हो सके, इसके लिए विभाग द्वारा लगातार कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। ''
डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक, सोनीपत
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