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बारिश से बेरी के 40 गांवों में 9 हजार एकड़ फसल डूबी, किसानों में मायूसी

मानूसन की लगातार हो रही बारिश ने जिले के किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जिले के लगभग 40 गांवों में करीब 9 हजार एकड़ फसल बारिश के पानी में डूबकर बर्बाद हो गई है। इससे किसानों को भारी आर्थिक...
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डाॅ. रघुबीर कादियान।
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मानूसन की लगातार हो रही बारिश ने जिले के किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जिले के लगभग 40 गांवों में करीब 9 हजार एकड़ फसल बारिश के पानी में डूबकर बर्बाद हो गई है। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है और वे भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं। पूर्व स्पीकर और बेरी हलके के सात बार के विधायक डाॅ. रघुबीर कादियान ने अपने विधानसभा क्षेत्र में किसानों के गांवों का दौरा कर बरसात से तबाह हुई फसलों का जायजा लिया। डॉ. कादियान की माने तो उन्होंने जलभराव की स्थिति का जायजा लेने के लिए अपने करीब 6 दर्ज गांवोें का दौरा किया है और वहां के हालात देखे है। उन्होंने कहा कि इस मानसूनी बरसात से तबाही का मंजर साफ तौर पर देखा जा सकता है। किसानों के चेहरे पर मायूसी है और हर कोई किसान सरकार की मदद की आस लगाए बैठा है।

डॉ. कादियान ने विधानसभा सत्र में भी किसानों की व्यथा को सामने रखा और कहा कि दुल्हेड़ा गांव में ही करीब 100 एकड़ फसल बरसाती पानी में डूब चुकी है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा जल्द से जल्द किसानों को दिया जाए। पूर्व स्पीकर ने कहा कि यह अच्छी बात है कि सरकार ने बर्बाद हुई फसलों का ब्योरा लेने के लिए पोर्टल खोल दिया है लेकिन केवल पोर्टल के खोलने से काम नहीं चलेगा। सरकार का फर्ज है कि वह इस दुख की घड़ी में किसानों के साथ खड़ी हो और किसानों की मदद के लिए वास्तविक कदम उठाए। यदि इसमें कोताही बरती जाती है तो अन्नदाता पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा।

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