जींद में 1000 से ज्यादा घरों में पेयजल संकट गहराया
जसमेर मलिक/ हप्र
जींद, 24 मई
जींद की अर्बन एस्टेट कॉलोनी में 10 दिन से पेयजल संकट गहराया हुआ है। हालत यह हो गई है कि सबमर्सिबल का सामान्य से कहीं ज्यादा टीडीएस वाला जहरीला पानी पीना अर्बन एस्टेट के लोगों की मजबूरी बन गया है। 1000 से ज्यादा घरों वाली अर्बन एस्टेट कॉलोनी के ए, बी, सी और डी ब्लॉक में भूमिगत जल मानव उपयोग के अनुकूल नहीं रह गया है। डी-ब्लॉक में भूमिगत जल में टीडीएस की मात्रा 5000 से ज्यादा, और बी ब्लॉक में 1000 से ज्यादा है। ऐसे में लोग हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण प्रशासन की पेयजल सप्लाई पर ही निर्भर हैं।
विभाग कागजों में ही कर रहा नियमित सप्लाई
कहने को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण प्रशासन अपनी अर्बन एस्टेट कॉलोनी में सुबह, शाम और कुछ समय के लिए रात लगभग 9 बजे पीने के पानी की सप्लाई कागजों में करता है, लेकिन हकीकत यह है कि पानी की एक बूंद नलों में नहीं आ रही। पेयजल सप्लाई शुरू होते ही लोग और खासकर महिलाएं पानी का जुगाड़ करने में लग जाती हैं। कई घंटों इंतजार के बाद छतों पर बनी टंकियों में पानी पहुंचना तो दूर, जिन लोगों ने घरों में अंडरग्राउंड वॉटर टैंक बनाए हुए हैं, उनमें भी पानी नहीं आता। पानी खींचने के लिए लोग एक-एक घंटे तक बिजली फूंककर मोटर चलाते हैं। इसके बावजूद पानी नहीं मिल पाता।
लाेग सबमर्सिबल का पानी पीने को मजबूर
अर्बन एस्टेट कॉलोनी के मकानों में रहने वाले अनेक लोग अपने उन पड़ोसियों से सबमर्सिबल का खारा पानी मांगने को इन दिनों मजबूर हैं। सबमर्सिबल पंप के पानी में टीडीएस की मात्रा 1000 से ज्यादा होने के कारण पानी बहुत खारा है। अर्बन एस्टेट कॉलोनी निवासी अनिल मलिक, विजेंद्र नायडू, राजपाल सिंधु, मियां सिंह, नवनीत, रणधीर सिंह, अजमेर भनवाला, राजबाला, शीलू नायडू, बलराज संधू, डॉ निशु जांगड़ा, सुमन ने कहा कि गर्मी में कॉलोनी में पेयजल संकट बहुत गहरा है। पिछले 10 दिन से प्राधिकरण की सप्लाई में पानी नहीं आ रहा। हुडा के संपदा अधिकारी सत्यवान मान और डीसी मोहम्मद इमरान रजा से मांग की कि पेयजल संकट से पैदा हुई परेशानी से उन्हें तुरंत निजात दिलवाई जाए।
एसडीओ बोले-पानी की दिक्कत, मगर स्थिति इतनी भी गंभीर नहीं
इस मामले में एचएसवीपी के एसडीओ ने कहा कि गर्मी में पानी की कुछ दिक्कत तो है, लेकिन स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं है। अगर लोग अपने घरों में पेयजल कनेक्शन पर सीधे लगाई गई पानी की मोटर नहीं चलाएं, तो समस्या का समाधान हो सकता है। ज्यादातर लोगों ने सीधे पेयजल सप्लाई पर बिजली मोटर लगाई हुई है, जिससे उन घरों में पानी की दिक्कत होती है, जो अंतिम छोर पर हैं।